पूर्व मंत्री भी नहीं दिला पाए जीत
जिसे वार्ड क्रमांक 28 में दिन भर बैठ कर अपनी निगरानी में पूर्व मंत्री अजय चंद्रकार ने बैठकर चुनाव करवाया था। उसस सीट पर भाजपा की बड़ी हार सामने आई है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी इकराम अहमद ने 441 वोट से भाजपा प्रत्याशी को हराया। बतादें इसी वार्ड में एक ही मकान में 300 मतदाता होने की शिकायत भाजपा नें की थी।
दो पार्षद और चाहिए बहुमत के लिए
बतादें कि कांग्रेस को महापौर बनाने के लिए 22 सीटों के साथ बहुमत साबित करना हो। अभी कांग्रेस की 19 पार्षद हैं। कांग्रेस अब निर्दलीय चुनाव जीतने वाले बागियों को मनाने में जुट गई है।
महापौर के चार उम्मीदवार में दो हारे
बतादें कि महापौर के लिए कांग्रेस की ओर से 4 उम्मीदवारों की चर्चा चल रही थी। जिसमें से दो उम्मीदवार अपनी ही सीट पर हार गए। पिछली बार सभा पति रहे योगेंद्र सोलंकी और राजाराम देवांगन महापौर की दौड़ में आगे थे। लेकिन दोनों पार्षद ही नहीं बन पाए। अब अन्य दो दावेदार नंदलाल देवांगन और इकराम अहमद ने पार्षद पद पर जीत हांसिल की है। अब पार्टी इन्हीं दोनों में एक को महापौर के लिए आगे बढ़ा सकती है।
मतगणना टेबल पर ही भिड़े प्रत्याशी
वार्ड क्रमांक 33 के भाजपा प्रत्याशी रंजय सिंह और जकांछ प्रत्याशी एवज देवांगन के बीच मतगणना टेबल के सामने ही धक्का मुक्की हो गई। देवांगन का कहना था कि गिनती के दौरान मत पर्चियों इधर-उधर की कर दी गई हैं। जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हुआ। मौके पर मौजूद एजेंट और अधिकारियों ने बीच-बचाव किया।
120 अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी
बीरगांव नगरीय निकाय चुनाव में मतगणना के लिए 40 टेबल लगाए गए थे। सुबह 9 बजे से गणना शुरू कर दी गई थी। दोहर 2 बजे तक सभी सीटों की स्थिति लगभग पूरी तरह से स्पष्ट हो गई थी। हलांकि साढ़े 3 बजे तक रिटर्निंग ऑफिसर नें सभी वार्डों के परिणाम घोषित कर दिए थे। बतादें कि एक टेबल में एक सुपरवाइजर और दो गणना सहायक तैनात किए गए थे। मतगणना में 120 अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।
पिता-पुत्री बन गई पार्षद
बिरगांव नगर निगम में पिता और बेटी दोनों ने चुनाव लड़ा था और दोनों ने जीत दर्ज की है। पिता उबारनदास बंजारे वार्ड क्रमांक 2 ने कांग्रेस पार्टी से जीत हासिल की है। जबकि बेटी सुशीला मारकण्डे वार्ड क्रमांक 10 ने निर्दलीय जीत दर्ज की है। कांग्रेस को अपना महापौर बनाने के लिए दो निर्दलीय पार्षद की जरूरत है। पिता नें बेटी से समर्थन की अपील की है।
बिरगांव वार्ड 33, वार्ड 30 और वार्ड 11 में रीकाउंटिंग
बिरगांव नगर निगम वार्ड 33, 30 और वार्ड 11 में रीकाउंटिंग के लिए हारे हुए प्रत्याशियों ने मांग की थी। जिसमें बाद दोबारा मतों की गिनती की गई। इसके अलावा निरस्त मतपत्रों को दोबारा जांच कर गिना गया। हलांकि परिणाम ज्यों का त्यों रहा।
रिटर्निंग ऑफिसर के सामने बेहोश हुआ निर्दलीय प्रत्याशी
मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए निर्दलीय प्रत्याशी रिटर्निंग ऑफिसर के सामने बेहोश हो गया। प्रत्याशी नें मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया। वार्ड क्रमांक 33 के निर्दलीय प्रत्याशी पुन्नी पिताम्बर का कहना था कि शुरूआती गिनती में 16 मतों से आगे चल रहे थे। इसके बाद 12 वोटों से हार गए। प्रत्याशी के कहने पर रीकाउंटिंग करवाई गई। हालांकि दोबारा गिनती के बाद कांग्रेस प्रत्याशी से 12 मतों से हार गए।
मत पेटी खुली मिली हुआ हंगामा
सुबह जब मत पेटियां स्ट्रांग रूम से मतगणना टेबल तक लाई गई तो वार्ड क्रमांक 11 और 22 की दो-दो मतपेटियां खुली मिलीं। जिस पर भाजपा ने प्रत्याशी ने अपत्ती दर्ज करते हुए रिटर्निंग आफिसर से शिकायत की। वार्ड क्रमांक 11 में ही मतदान के दिन फर्जी वोटिंग को लेकर जमकर हंगामा भी हुआ था। हलांकि मामले में रिटर्निंग ऑफिर का कहना है कि जांच की गई तो पाया गया कि मतपेटी के दो स्क्रू खुल गए थे लेकिन कपड़े का कवर पूरी तहर से पैक और सील भी नहीं खुली थी। इस वहज से गड़बड़ी की कोई आशंका नहीं है।