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अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग को अधिक लाभान्वित करने पर जोर : टेकाम

बैठक में आदिम जाति तथा अनुसूचित जनजाति विकास विभाग के सचिव डी.डी. सिंह, आयुक्त मुकेश कुमार बंसल, अपर सचिव वित्त विभाग सतीश पांडे, अपर सचिव ग्रामोद्योग विभाग, रेजिना टोप्पो, अपर सचिव परिवहन विभाग टी.आर. पैकरा, संयुक्त सचिव उद्योग विभाग अनुराग पाण्डेय, संयुक्त संचालक सहकारिता विभाग डी.पी.टावरी, संयुक्त संचालक कृषि सीवी लोढ़ेकर उपस्थित थे

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अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग को अधिक लाभान्वित करने पर जोर : टेकाम

अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग को अधिक लाभान्वित करने पर जोर : टेकाम

रायपुर. आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम की अध्यक्षता में २ मार्च को मंत्रालय में छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के संचालक मंडल की बैठक आयोजित की गई। डॉ. टेकाम ने निगम द्वारा संचालित सभी योजनाओं में अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक और सफ ाई कामगार वर्गों के अधिक से अधिक लोगों को स्व-रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने निगम द्वारा संचालित विभिन्न जन कल्याणकारी रोजगार मूलक योजनाओं की प्रगति और उपलब्धि की समीक्षा की। उन्होंने अंकेक्षण के लिए चार्टड अकाउंटेन्ट, सहकारिता विभाग और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सॉफ्टवेयर निर्माण, योजनाओं के क्रियान्वयन में हितग्राही चयन में पारदर्शिता के लिए सिबिल (सीआईबीआईएल) क्रेडिट रेटिंग कंपनी, निगम द्वारा संचालित व्यवसायिक प्रशिक्षण केन्द्रों में बेहतर प्रशिक्षण और स्व-रोजगार स्थापना के लिए रोजगार मूलक ट्रेडों का चयन कर अधिक से अधिक लोगों को स्व-रोजगार उपलब्ध कराने पर बल दिया।
बैठक में निगम के स्थापना बजट पर वित्त विभाग ने शीघ्र आबंटन जारी करने की सहमति दी। प्राधिकरण द्वारा संचालित रोजगार मूलक योजनाओं के सफल क्रियान्वयन कर हितग्राहियों द्वारा किए गए ऋ ण वापसी को भी शासन को वापस करने का निर्णय लिया गया। केन्द्र सरकार द्वारा विभिन्न पांच निगमों के रोजगार मूलक योजनाओं में प्राप्त राशि के सुव्यवस्थित रख-रखाव के लिए बैंक खातों का योजनावार संचालन करने सुझाव दिया गया। बैठक में निगम द्वारा अर्जित ब्याज की राशि के उपयोग के बाद शासन से स्थापना मंद में राशि प्राप्त होने पर आवश्यकतानुसार समायोजन करने का निर्णय लिया गया। लंबित देयकों का शीघ्र निराकरण करने का भी निर्णय लिया गया।