ताबीर हुसैन @ रायपुर. आपने कविताएं तो कई सुनी होंगी। पर आज हम जो कविता सुनाने जा रहे हैं उसकी बात ही निराली है। कभी आपने देखा है कि कोई गणितीय पद्धति से कविता सुनाए। गणित से भले आप डर जाएं लेकिन इस गणितीय कविता से आपको प्यार हो जाएगा। कवि गौरव शुक्ला ने यह कविता लिखी और सुनाई।