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पूर्व सांसद देवव्रत बोले – 5 साल में जब हरिप्रसाद कांग्रेस को नहीं समझ पाए पुनिया 6 महीने में क्या समझेंगे

राजनांदगांव के पूर्व सांसद देवव्रत सिंह ने कांग्रेस पार्टी छोडऩे के बाद प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और पूर्व प्रभारी बीके हरिप्रसाद पर तीखा हमला किया।

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Former MP Devvrat Singh

Former MP Devvrat Singh attacks on BK Hariprasad and PL Punia

रायपुर. छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के पूर्व सांसद देवव्रत सिंह ने कांग्रेस पार्टी छोडऩे के बाद प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और पूर्व प्रभारी बीके हरिप्रसाद पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि पीएल पुनिया से सीनियर मैं हूं, मैं 22 साल से राजनीति में हूँ वे तो कुछ साल पहले ही आए हैं। 5 साल में जब हरिप्रसाद कांग्रेस को नहीं समझ पाए तो पुनिया 6 महीने में क्या समझेंगे। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद देवव्रत सिंह रविवार को रायपुर पहुंचे। रायपुर के प्रेस क्लब में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर कई बड़े आरोप लगाए।

पार्टी में अब डेमोक्रेसी खत्म

देवव्रत ने कहा कांग्रेस कुछ सालों में कांग्रेस भटक गई है। सोनिया जी के बीमार होने के बाद कोई सुनने वाला नहीं है। राहुल गांधी का अपना सिस्टम हैै। पार्टी में सुनने वाला कोई बचा ही नहीं। पार्टी में अब डेमोक्रेसी खत्म हो गई है। कांग्रेस का हाल अब यह हो चुका है कि कांग्रेस के कार्यक्रम में 300 लोग जुटते हैं। वहीं किसान आंदोलन में 10 हजार लोग होते हैं और तो और शिक्षाकर्मी आंदोलन करते हैं, लेकिन कांग्रेस के साथ 100 शिक्षाकर्मी भी नहीं।

देवव्रत ने कांग्रेस के संगठन चुनाव पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव की जगह संगठन चुनाव में मनोनयन किया गया। प्रदेश में नान घोटाले से लेकर दर्जनों मुद्दे में कांग्रेस सरकार घेरने में नाकाम रही। देवव्रत ने सीडीकांड को लेकर कांग्रेस को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा मुद्दे की राजनीति की जगह कांग्रेस सीडी की राजनीति में फंस गई है।

उन्होंने कहा - गुजरात में जब हार्दिक पटेल , जिग्नेश मेवानी से बात हो सकती है तो छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी और अरविन्द नेताम से बात क्यों नहीं हो सकती। उन्होंने कहा - छत्तीसगढ़ में व्यक्ति विशेष पर एंटी इनकंबेंसी है पार्टी विशेष में नहीं होती है। प्रदेश में सरकार के प्रति आक्रोश है।

जोगी से गठबंधन को लेकर देवव्रत ने ये कहा
देवव्रत सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के समर्थन में कहा कि जोगी से गठबंधन करने में परहेज क्यों। सभी जानते हैं बीते चुनाव में जोगी का असर क्या रहा है। इसके साथ ही उन्होंने पीसीसी की नई कार्यकरिणी पर कहा कि वर्तमान चुनाव के मद्देनजर बनाई कार्यकारिणी का कार्यकर्ताओं में कोई असर नहीं है। उन्होंने कांग्रेस को शुभकामना देते हुए कहा मेरी शुभकामनाएं है कांग्रेस की सरकार बने। लेकिन बीजेपी के बीच हम जनता को खड़े कर पाने में नाकाम रहे।

यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई चुनाव पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कांग्रेस में युवा और एनएसयूआई के चुनाव बंद होना चाहिए। कांग्रेस को कैडर बेस पार्टी बनाने की कोशिश की जा रही है जबकि कांग्रेस एक जनसमूह की पार्टी रही है। लेकिन अब उस बदलने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा राहुल गांधी के इस सिस्टम से मैं सहमत नहीं हूं। अगर कांग्रेस कैडर बेस पार्टी बनेगी तो खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कांग्रेस में मनोयन और दक्षता के आधार पर ही चयन होना चाहिए। देवव्रत सिंह ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि एनएसयूआई में फर्जी सदस्य बनाए जा रहे हैं।

देवव्रत की ये है बड़ी शिकायत
देवव्रत ने कहा मैं विधायक, सांसद रहा। पिछले 4 साल में कांग्रेस में मेरी उपयोगिता नहीं है। 2013 और २०१4 में टिकट ना मिलने के बाद भी पार्टी मे? काम ?? किया। श्रीनगर में पार्टी के लिए 4 महीने काम किया। उन्होंने कहा पार्टी में उपयोगिता नहीं रही है। किसी पार्टी में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कहां जाना है अभी तय नही। आपको बता दें कि देवव्रत ने 30 दिसंबर को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।