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मानसून की पहली झड़ी ने सड़कों को किया लबालब, निचली बस्तियों में घुसा पानी

शहर में दिनभर से रुक-रुककर हो रही बारिश से सैकड़ों लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है

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Monsoon

मानसून की पहली झड़ी ने सडक़ों को किया लबालब, निचली बस्तियों में घुसा पानी

रायपुर. शहर में दिनभर से रुक-रुककर हो रही बारिश से सैकड़ों लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर की निचली कालोनियों के घरों में पानी घुस गया। इस संबंध में प्रभावितों ने जिला प्रशासन के आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में शिकायत की, लेकिन उन्हें मदद नहीं मिली।

बारिश का पानी निचली बस्तियों के घरों के अंदर घुटनों तक भर गया। ओवरफ्लो नाले का पानी सडक़ पर बहने लगा। नालों की बारिश पूर्व सफाई को लेकर खानापूर्ति होने के कारण सडक़ें लबालब हो गईं। सडक़ों पर पानी भर जाने के कारण कुछ देर के लिए वाहनों का आवागमन रूक गया। बिगड़ी व्यवस्था को बनाने के लिए नगर निगम का अमला भी नहीं निकला। शहर की निचली बस्तियों में पानी भर जाने से घरों का समान बचाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।

कई लोगों ने आपदा प्रबंधन के हेल्पलाइन नंबर 0771-2413233 भी कॉल करके पानी भरने की जानकारी दी, लेकिन राहत के लिए कोई नहीं पहुंचा।

जल विहार कॉलोनी की सडक़ बंद हो गई। इसके अलावा घरों में पानी-पानी होने से लोग फंसे रहे। यह हाल बीते वर्षों में भी रहा है। लेकिन कोई सुधार नहीं किया गया।

तेलीबांधा तालाब के पीछे श्याम नगर में लोगों को बारिश के बाद लोगों को घर में रहने का ठिकाना नहीं मिला। घरों में नाली का पानी घुस गया, जिससे लोगों में संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया।

शिवानंद नगर मुख्य नाले की सफाई करके कचरा रोड में ही ढेर लगाने से फिर नाले में गिर गया। इसलिए बारिश का पानी नाले से बह कर कॉलोनी में भर गया।

पंडरी ताजनगर में भी पानी निकासी नहीं होने से घरों में दैनिक उपयोग का गंदा पानी वापस से घरों में घुस रहा है। लोगों ने निगम में शिकायत की है, लेकिन निराकरण के नाम पर खानापूर्ति करके टीम लौट चुकी है।

टीवी टावर के पास यहां तकरीबन सौ मीटर दूर तक सडक़ पर एक फीट पानी भरा हुआ है। जिससे आवागमन बाधित हो गया है। लोग अपने वाहन में ही घर से निकल रहे हैं।

मोतीबाग और जय स्तंभ चौंक में तालाब बनी सडक़ जय स्तंभ चौंक का नाले के मेन कचरे से जाम होने के कारण सडक़ पर घुटने तक पानी भर गया।

बीते वर्षों की तरह प्रोफेसर कालोनी का कुछ इलाका इस बार पानी में डूब गया। स्थानीय लोगों ने नालियांे को साफ कर के आने जाने का रास्ता साफ किया। इसके अलावा रावनभाठा बस स्टैंड से लगे इलाके में भी तीन फिट पानी भर गया।

नगर निगम के कमिश्नर रजत बंसल ने कहा कि बारिश के दौरान आपदा प्रबंधन के लिए दल तैनात किए गए हैं। जहां-जहां जलभराव की शिकायत आती है, वहां दल भेजकर राहत कार्य किया जाता है। नगर निगम के हर जोन में टीम तैनात है।

रायगढ़ - 4 सेमी

चालू मानसून सत्र के दौरान रायपुर जिले में एक जून से 22 जुलाई सुबह 10 बजे तक कुल 342.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई। कलेक्टर कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक रायपुर तहसील में 485.3 मि.मी. और आरंग में 486.6 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। इसी प्रकार अभनपुर तहसील में 212.5 मि.मी. एवं तिल्दा में 184.5 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है।

बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग में लगातार हो रही भारी बारिश से नदी-नाले उफनले लगे हैं। अंबिकापुर के मछली नदी में अचानक आई बाढ़ से मैनपाट के ग्राम बारीभवना निवासी युवक रमेश मझवार के बह जाने से मौत हो गई। वहीं दरिमा थाना अंतर्गत ग्राम पाकजाम के घुई झरिया में एक विशाल पेड़ गिर जाने से उसके नीचे दबकर युवक दिनेश किंडो की मौत हो गई। शनिवार की रात में हुई बारिश के कारण रायगढ़ के केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड के समीप स्थित कन्या छात्रावास की बाउंड्रीवॉल ढह गई। इसके कारण दीवार से सटकर खड़ी दो कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। कोरबा के बारिश के चलते आई बाढ़ के कारण दर्री डेम का गेट कुछ देर के लिए खोलना पड़ा।

उधर, कृषि वैज्ञानिक डॉ. रविन्द्र तिग्गा के अनुसार यह बारिश किसानों के लिए वरदान है। इससे धान की फसलों को लाभ होगा।


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