
IIM Raipur: छत्तीसगढ़ के रायपुर में भारतीय प्रबंध संस्थान रायपुर (आईआईएम) ने मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ एक समझौता (एमओयू) किया। इस समझौते के अनुसार दोनों संस्थान सामाजिक समस्या के समाधान के लिए अहम कदम उठाएंगी। इस एमओयू का उद्देश्य मानव तस्करी की रोकथाम और पीड़ितों के पुनर्वास के लिए नीतियों का निर्माण करना है।
IIM Raipur: आईआईएम के छात्र समझौता के तहत मानव तस्करी से संबंधित विषयों पर गहन शोध और अकादमिक अनुसंधान करेंगे। कानून प्रवर्तन विशेषज्ञता पर भी जोर दिया गया है। सहयोग से समाज के सबसे कमजोर वर्गों की सुरक्षा और सशक्तीकरण को मजबूती मिलेगी। सामुदायिक भागीदारी, जागरुकता कार्यक्रमों और क्षमता-विकास पहलों पर जोर दिया गया है। ताकि इस साझेदारी का प्रभाव राज्य के हर कोने तक पहुंचे।
आईआईएम मानव तस्करी के मूल कारणों, सामाजिक-आर्थिक प्रभावों और पीड़ितों की पुनर्वास आवश्यकताओं के लिए गहन अध्ययन करेगा।
छत्तीसगढ़ राज्य में मानव तस्करी को कम करने के लिए व्यापक कार्य योजनाओं और डेटा-आधारित नीतियों का विकास किया जाएगा। सामाजिक हस्तक्षेप और कानून प्रवर्तन पहलों की प्रभावशीलता को बढ़ाएंगे।
छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी के कारणों की पहचान करना।
यह सुनिश्चित करना कि पुनर्वासित पीड़ित फिर से तस्करी का शिकार न बनें।
मानव तस्करी को रोकना और विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को सहायता प्रदान करने के लिए एक मजबूत नीति तैयार करना।
Updated on:
05 Dec 2024 11:41 am
Published on:
05 Dec 2024 11:39 am
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