
Indian Railway: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में अब चलती ट्रेन में रिपोर्ट दर्ज कराने की सुविधा यात्री ले रहे हैं। उठाईगिरी, चोरी, मोबाइल छीनने जैसी घटनाओं की रिपोर्ट लिखवाने के लिए अब यात्रियों को बीच में अपनी यात्रा स्थगित करने की जरूरत नहीं होगी। टीटीई के सहायता से सुरक्षा जवान संबंधित बर्थ तक पहुंच जाते हैं। इसके अलावा रेल मदद की शिकायतों का निराकरण तत्काल कंट्रोल रूम से कराया जा रहा है।
रायपुर रेल मंडल के दुर्ग स्टेशन पर 10 मई को चर्लपल्ली रेलवे स्टेशन से राउरकेला के लिए ट्रेन नंबर 07256 चर्लपल्ली-पटना एक्सप्रेस से यात्रा कर रही महिला यात्री मंशा जब दुर्ग रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो वह प्लेटफार्म नंबर तीन पर स्थित स्टॉल नंबर बी 04 से पानी बोतल खरीदने गई। इसके लिए ऑनलाइन 60 का भुगतान किया। परंतु गाड़ी में पुन: चढ़ने की जद्दोजहद में उन्होंने स्टॉल से पानी की बोतल नहीं ली और ट्रेन में रवाना हो गई। उन्होंने रेल मदद के माध्यम से रेलवे से संपर्क किया।
वाणिज्य विभाग के संचालित नियंत्रण कक्ष में सूचना प्राप्त हुई। नियंत्रण कक्ष में संबंधित स्टेशन दुर्ग पर संपर्क कर ड्यूटी पर तैनात एके शर्मा सीटीआई लाइन दुर्ग को मामले से अवगत कराया गया। उन्होंने स्टॉल पर जाकर सारी जानकारी प्राप्त कर यात्री को ऑनलाइन माध्यम से 60 रुपए वापस लौटने में मदद की। यह कोई ओवर चार्जिंग की घटना नहीं थी। यात्री को पैसा वापस मिलने पर उन्होंने रेल प्रशासन को धन्यवाद दिया।
रायपुर रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अवधेश कुमार त्रिवेदी ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वह यात्रा के दौरान किसी भी सहायता अथवा शिकायत के लिए रेल मदद का उपयोग करें। यात्री रेल मदद की सेवाओं का उपयोग कर त्वरित अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर रहे हैं और उनकी यात्रा अधिक सुविधाजनक बन रही है। ऐसी शिकायतों का मैसेज कंट्रोल रूप से तत्काल दिया जाता है और उसकी मॉनिटरिंग भी कराई जा रही है।
यात्री अपनी शिकायतें ऑनलाइन या टोल फ्री नंबर 139 पर दर्ज कर सकते हैं। यात्री अपनी शिकायतों के समाधान के बाद फीडबैक दे सकते हैं, जिससे रेल मदद की सेवाओं में सुधार किया जा सकता है।
Published on:
12 May 2025 09:44 am
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