
कारोबारियों के 26 ठिकानों पर आयकर विभाग ने मारा छापा, करोड़ों का घोटाला हुआ उजागर
रायपुर। आयकर अन्वेषण विभाग ने सरिया, स्टील और स्पंज आयरन कारोबारियों के चार गु्रपों के 26 ठिकानों पर मंगलवार को छापा मारा। इसमें रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग स्थित 13 फैक्ट्री, दफ्तर और घर शामिल है। आयकर विभाग के करीब 150 अफसर और 100 पुलिसकर्मी रायपुर के उरला, सिलतरा स्थित दफ्तर और फैक्ट्री के साथ ही चौबे कॉलोनी, समता कालोनी और टाटीबंध के उदया सोसाइटी स्थित घरों में जांच कर रहे है।
छापेमारी की यह कार्रवाई शाम 5 बजे शुरू की गई है। कारोबारियों के कुछ साझेदारों को भी जांच के दायरे के कुछ ठिकानों को भी कवर किए जाने के जानकारी मिली है। देरशाम को कार्रवाई किए जाने के कारण टीम संबंधित ठिकानों पर नहीं पहुंच पाई है। बताया जाता है कि प्राथमिक जांच में करोडो़ रुपए के टैक्स चोरी से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। उनके लेनदेन के दस्तावेज, कम्प्यूटर और स्टॉक रजिस्टर की जांच कर रहे है। इसमें टैक्स चोरी की बड़ी गड़बडी़ मिली है। आयकर विभाग के अधिकारी इस समय कारोबारी ग्रुप के सभी संचालकों और कर्मचारियों से पूछताछ कर फाइलों को खंगालने में जुटे हुए हैं।
नगदी और ज्वेलरी मिली
जांच के दौरान कुछ कारोबारियों के ठिकानों से नगदी सहित करोडो़ रुपए की ज्वेलरी और बैंक खाते मिले है। इन सभी की जांच करने के साथ ही रसीदों का मिलान किया जा रहा है। बताया जाता है कि बड़े कारोबारी ग्रुप में छापेमारी के लिए एक दिन पहले ही करीब 150 अधिकारियों की टीम बड़े ही गोपनीय रुप से रायपुर पहुंची थी। दबिश देने के पहले वह संबंधित ठिकानों का निरीक्षण करने के बाद छापेमारी की कार्रवाई की।
कच्ची रसीदों पर काम
टैक्स चोरी करने के लिए कारोबारियों द्वारा कच्ची रसीदों को उपयोग किया जाता था। दस्तावेजों की जांच के दौरान भारी संख्या में रसीदे और डायरियां मिली है। लेकिन, इसका उल्लेख रोकड़ बही और बनाए जाने वाले बैलेंस शीट में नहीं किया गया है। वहीं करोडो़ रुपए का लाभ अर्जित करने के बाद भी कारोबार को नुकसान में चलना दिखाया जा रहा था। साथ ही आयकर विभाग में जमा किए जाने वाले रिटर्न भी पिछले कुछ समय से कम जमा किया जा रहा था। उनका टर्नओवर कम होने के बाद भी करोडो़ रुपए के कच्चे माल की खरीदी करने पर आयकर विभाग के निशाने पर आ गए थे।
कारोबारियों को पूछताछ के लिए बुलाया
आयकर विभाग ने सरिया कारोबारी और उनके गु्रप से जुड़े सभी संचालकों को पूछताछ के लिए बुलाया है। बताया जाता है कि ग्रुप के कुछ संचालकों के बाहर होने के कारण उन्हे जल्दी ही उपस्थिति दर्ज कराने की हिदायत दी गई है। आयकर विभाग के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि प्राथमिक जांच में मिली गड़बडी़ को देखते हुए कुछ स्थानों पर जांच शुरू की जा सकती है।
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Published on:
26 Nov 2019 10:23 pm
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