
कोबरा सांप भी काट ले तो तुरंत करें ये काम, नहीं फैलेगा जहर, बच जाएगी जान
रायपुर. भारत में हर साल सांप काटने से मौत के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। एक आंकड़े के अनुसार सालभर में ढाई लाख लोगों को सांप के काटने (King Kobra) के मामले सामने आ चुके है। आपको बात दें कि बारिश के मौसम में ही सांप के काटने के मामले बढ़ जाते है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि बरसात में सांप बिल में पानी भरने से बाहर आ जाते हैं और लोगों के घरों में घुस जाते हैं। यहां आपको सांप काटने (Snake Bite case) के बाद जहर निकलने के उपायों को जानना बेहद जरूरी है।
अगर सांप काट ले और अस्पताल दूर है तो जल्दी से पास की किसी डिस्पेंसरी या मेडिकल शॉप से इंजेक्शन ले आए। इंजेक्शन में लगी सुई के नुकीले भाग को काट दें। इसके बाद इंजेक्शन पाइप का काम करेगा। जहां सांप ने काटा होगा वहां उसके दांतों के दो निशान दिखाई देंगे। पहले एक डंक पर इंजेक्शन रखकर इंजेशन को पीछे की ओर खींचे जैसे पिचकारी में पानी भर रहे हो और ऐसा तब तक करते रहें जब तक उस जगह से खून आना न बंद हो जाए। ऐसा ही दूसरी वाली डंक पर भी करें।
इससे जहर निकल जाएगा और जान का खतरा भी कम हो जाएगा। सबसे बड़ी बात अस्पताल तक पहुंचने के लिए काफी वक्त भी मिल जाएगा। अगर सांप का काटा हुआ डंक या निशान न दिखाई दे तो आपको उस जगह को ढूंढना होगा जहां स्किन सूजी हुई और लाल दिखाई दे।
जो लोग गांव और देहातों में रहते है और अस्पताल वहां से काफी दूर है। वहां के लोगों को घर में नाजा 200 दवाई रखनी चाहिए। इसकी कीमत सिर्फ 125 रुपए है। ये एक होम्योपैथी दावा है जो किसी भी होम्योपैथी मेडिकल स्टोर में उपलब्ध हो जाएगी। इस दवाई से आप सैकड़ों लोगों की जाना बचा सकते हैं।
दहशत से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है
डॉ संजय वानखेड़े, डॉ राकेश सोनी ने बताया कि जिले में सर्प दंश से अधिक मौत अंधविश्वास और सांप के संबंध में सही जानकारी नहीं होने के कारण होती है। पीडि़त व्यक्ति को यदि एक घंटे के अंदर समुचित उपचार सुविधा मिल जाए, तो पीडि़त की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने आगे बताया कि सर्पदंश का शिकार होने पर पीडि़त को सबसे पहले दहशत से बचाए रखना जरूरी है। दहशत से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे सांप का जहर शरीर में तेजी से फैलने लगता है और मरीज की मौत हो जाती है।
वनांचल क्षेत्रों मेंं मितानिनों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया गया है, जो ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं। सर्पदंश से पीडि़त होने पर उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराने के लिए प्रेरित किया जाता है।
डॉ डीके तुर्रे, सीएमएचओ
इस लेख में बताए गए उपाए कितने सफल साबित होंगे या नहीं इसकी हम गारंटी नहीं देते हैं। ये सिर्फ और सिर्फ सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है।
...और भी है Snake Bite case से जुड़ी ढेरों खबरें
Published on:
24 Jul 2019 05:35 pm
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