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बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री की तरह सुहानी शाह ने रायपुर में दिखाया चमत्कार, LIVE देख लोगों ने पकड़ लिया सिर

Suhani Shah showed miracles in Raipur : माइंड रीडर सुहानी शाह अपने शो ‘चमत्कार’ के साथ राजधानीवासियों से मुखातिब थीं...

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रायपुर. Suhani Shah showed miracles in Raipur : रविवार की शाम शहरवासियों के लिए यादगार रहेगी। क्योंकि किसी ने उनकी यादों को दुनिया के सामने लाया। इसलिए भी कि जो मन में था वह सबके सामने आ गया। समता कॉलोनी स्थित मैक ऑडिटोरियम में माइंड रीडर सुहानी शाह अपने शो ‘चमत्कार’ के साथ राजधानीवासियों से मुखातिब थीं।

Suhani Shah showed miracles in Raipur : ठीक 7.50 को शो शुरू हुआ और 9.50 को खत्म। पूरा शो दर्शकों से इंट्रेक्ट करते हुए किया। इसलिए कब दो घंटे निकल गए पता ही नहीं चला। सुहानी ने आंकड़ों के खेल में रायपुराइट्स के ब्र्रेन की अच्छी वर्जिश भी करा दी। हंसाया और तीसरी शक्ति का अहसास कराकर थोड़ा डराया भी। सुहानी ने मनोरंजन के साथ ही आखिर में महत्त्वपूर्ण मैसेज दिया कि हम हर चीज का विश्वास करते हैं बजाय खुद के। इसलिए खुद पर भरोसा करें।

वे डीएसपी मैडम हैं...

Suhani Shah showed miracles in Raipur : एक नंबरिंग शो में दर्शकों से बीच एक गर्ल्स को मंच पर बुलाया। नंबर को लेकर युवती ने कुछ ऐसा रिएक्ट किया कि सुहानी को लगा उसे जादू पर भरोसा नहीं है। वे बोल ही रहीं थीं कि यकीन दिलाने के लिए कुछ तो करना पड़ेगा तभी ऑडियंस में से किसी ने कहा कि वे डीएसपी हैं। सुहानी से मजाकिया लहजे में ही संभलते हुए का कि यार तुम लोग सबसे इंपोर्टेंट चीज आखिर में क्यों बताते हो। यह सुनकर हंसी के फव्वारे छूट गए।

नारियल से अंगूठी

Suhani Shah showed miracles in Raipur : शो के शुरुआत में सुहानी ने दर्शकों के बीच से एकता को मंच पर बुलाया। एकता से मनोरंजक अंदाज में अंगूठी उतरवाई। जब अंगूठी तलाशने की बारी आई तो ऑडियंस में से ही एक युवा को मंच पर बुलाकर नारियल फोड़वाया। अंगूठी नारियल के भीतर से निकली।

पत्रिका से कहा- जादू एक आर्ट है...

पत्रिका से खास बातचीत में सुहानी ने कहा, जैसे नृत्य एक आर्ट है, संगीत या पेंटिंग एक आर्ट है, ठीक वैसे ही जादू भी एक हुनर है। हालांकि कई लोग इसे अंधविश्वास से जोड़कर देखते हैं, कुछ लोग दैवीय शक्ति मान लेते हैं जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। जब मैंने जादू सीखना तय किया तो उस वक्त सबसे सोचने वाली बात थी कि यह फील्ड कैसे काम करती है। मुझे एक साल लग गए इसे सीखने में। मैंने 22 अक्टूबर 1997 में पहला स्टेज शो किया था।

विराट कोहली 100 सेंचुरी मार पाएगा या नहीं

दर्शकों में से सुहानी ने आखिर में बैठे एक व्यक्ति को खड़ा किया और उनका नाम करण लालवानी बताते हुए कहा कि तुम विराट कोहली के बारे में सोच रहे हो। विराट 100 सेंचुरी मार पाएगा या नहीं। करण ने हैरत जताते हुए इस बात को स्वीकार किया। इसी तरह निशा लंदन ट्रिप और दिया अग्रवाल अपने बर्थडे का सोच रही है, उसका जन्मदिन 12 फरवरी है। यह सब बताया। दोनों ने इसे एक्सेप्ट किया। एक युवा से कहा कि तुम जो सोच रहे हो बता दूं? इस पर युवा ने हाथ जोड़ते हुए नहीं बताने का आग्रह किया।