
Mahadev Satta App: महादेवबुक सट्टा ऐप से जुड़े मामलों की जांच रायपुर पुलिस के बाद ईडी, फिर एसीबी और अब सीबीआई कर रही है, लेकिन इससे ऑनलाइन सट्टे पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। महादेव के ऑनलाइन सट्टे का कारोबार बेखौफ चल रहा है। ऑनलाइन आईडी बेची जा रही है।
वाट्सऐप के लिए अब विदेशी नंबर जारी किया गया है। इसी से लोटस 365 की आईडी दी जा रही है। लोटस 365 महादेवबुक से ही जुड़ा है। ईडी ने भी अपनी जांच में इसका खुलासा किया था। उल्लेखनीय है कि महादेवबुक से जुड़े एजेंट हर शहर में सक्रिय है। आईडी ऑनलाइन दिया जा रहा है, लेकिन पैनल देने का काम एजेंट ही कर रहे हैं।
राजधानी से लगे तिल्दा-नेवरा में एक राजनीतिक दल से जुड़ा युवक पिछले 5-6 साल से बड़े पैमाने पर महादेव का सट्टा चलवा रहा है। पिछले दिनों पुणे में पकड़े गए महादेव सट्टा रैकेट से भी उसका नाम जुड़ा था।
बताया जाता है कि सट्टे के अलावा उसका अन्य गोरखधंधे भी है। एक राइस मिल कारोबारी भी उसका मददगार बताया जाता है। राजनीतिक दल से जुड़े रहने के कारण उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है। इससे इलाके के लोगों में भारी नाराजगी है।
महादेव सट़्टा ऐप में जिन लोगों के पहले कार्रवाई हो चुकी है, अब उन्हीं के शह पर पैनल बांटे जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि शीमर्स क्लब के संचालक के अलावा आमानाका, मौदहापारा, सिविल लाइन, राजातालाब, रामसागरपारा आदि इलाकों में रहने वाले सटोरियों के नाम सामने आ चुके हैं। ये सभी बड़े बुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि महादेवबुक ऐप के संचालक सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी सहित अन्य लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज है। इनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। हालांकि पुलिस ने कई जगह छापा मारकर मामले से जुड़े कई आरोपियों को जेल भेजा है।
Mahadev Satta App: ऑनलाइन सट्टे को लेकर पुलिस ने कई कार्रवाई की है। पुख्ता सूचना मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। इससे जुड़े मामलों की सीबीआई जांच कर रही है।
Updated on:
10 Oct 2024 09:10 am
Published on:
10 Oct 2024 09:02 am
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