
CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने बुधवार को धान के मुद्दे पर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाएं हैं। उनका आरोप है कि धान खरीदी के रखरखाव में लापरवाही और समय पर धान का उठाव नहीं होने से सरकार को 1 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। उनका आरोप है कि यह पूरा मामला भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। नेता प्रतिपक्ष के बयान पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने पलटवार किया है। उनका कहना है कि यह आरोप निराधार है।
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने कहा, भाजपा सरकार आने के बाद राज्य सरकार द्वारा धान की इस मात्रा के भंडारण, मीलिंग तथा चावल के उपार्जन एवं भंडारण की कोई कार्ययोजना नहीं बनाई गई। इसका दुष्परिणाम यह हुआ है कि 2 सितंबर 2024 की स्थिति में धान खरीदी केन्द्रों से 4 लाख 16 हजार 410 क्विंटल धान का उठाव तथा संग्रहण केन्द्रों से 21 लाख 77 हजार 470 क्विंटल धान का उठाव नहीं किया जा सका है।
उनका दावा है कि खरीदी केन्द्रों पर जो धान शेष दिख रहा है वह पूरी तरह से नष्ट हो चुका है, इस धान की कुल लागत 166 करोड़ 56 लाख रुपए होती है। उनका आरोप है कि कुल मिलाकर 1 हजार 37 करोड़ 55 लाख रुपए का धान खराब हुआ है। उन्होंने प्रधानमंत्री और राज्यपाल से मांग की है कि इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेकर खाद्य मंत्री को पद से हटाया जाए। साथ ही, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। उन्होंने कहा, इस मुद्दे को विधानसभा उठाएंगे और इसकी शिकायत लोकायुक्त से भी करेंगे।
Updated on:
05 Sept 2024 03:46 pm
Published on:
05 Sept 2024 03:45 pm
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