Raipur News: महापौर मीनल चौबे ने शहर में जलभराव की समस्याओं को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि किसी के घर में पानी भरा तो ठीक नहीं होगा।
CG News: रायपुर महापौर मीनल चौबे ने शहर में जलभराव की समस्याओं को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि किसी के घर में पानी भरा तो ठीक नहीं होगा। सभी जोन कमिश्नर ऐसा हर स्तर पर प्रयास करें कि शहर के लोगों को बरसात में कठिन दौर से न गुजरना पड़े। इसके साथ ही अभी से गर्मी के दिनों में होने वाली पेयजल समस्या के निराकरण पर काम करने पर जोर दिया है। महापौर ने शहर के हर वार्ड में बिल्डरों की निजी कॉलोनियों में किस तरह पेयजल की व्यवस्था की जा रही है या की गई है, उसकी रिपोर्ट सात दिनों में तलब की है।
निगम में महापौर मीनल चौबे ने शुक्रवार को आयुक्त विश्वदीप के साथ जल कार्य और स्वास्थ्य विभाग की मैराथन बैठक ली। इस दौरान शहर में जलभराव, पेयजल आपूर्ति व साफ-सफाई पर फोकस किया। उन्होंने जोर दिया कि बिल्डर अपनी निजी कॉलोनियों का ले-आउट टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से स्वीकृत कराते हैं, परंतु ऐसी कॉलोनियों में पेयजल की व्यवस्था नाकाफी रहती है। जब वहां बसाहट बढ़ जाती है तो लोग निगम से पानी की मांग करते हैं। ऐसा अब नहीं चलेगा। ऐसी कॉलोनियों की पूरी रिपोर्ट बिल्डर की व्यवस्था और शर्तों के साथ प्रस्तुत करें।
बैठक में महापौर मीनल चौबे ने दो टूक कहा, यह जोन कमिश्नरों की जिम्मेदारी है कि वार्डों में किसी के भी घर में जलभराव ना हो। सभी वार्डो को स्वच्छ, सुंदर, विकसित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में वार्ड पार्षदों से समन्वय बनाकर काम करने की जिम्मेदारी जोन कमिश्नरों की है। ऐसे मामलों में अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं है।
अभी शहर के जिन-जिन क्षेत्रों में जलभराव की स्थितियां निर्मित हुई हैं, उन खामियों को दुरुस्त कराएं। बैठक में जलकार्य विभाग अध्यक्ष संतोष सीमा साहू, स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष गायत्री सुनील चंद्राकर, लोककर्म विभाग अध्यक्ष दीपक जायसवाल, अपर आयुक्त विनोद पाण्डेय, मुख्य अभियंता यूके, घलेन्द्र एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
महापौर ने जोन कमिश्नरों और जल विभाग के इंजीनियरों को फील्ड में जाकर वर्ष 2026 में पेयजल आपूर्ति प्लान पर काम करने को कहा है। ताकि गर्मी के महीनों में जल समस्या का सामना न करना पड़े। सबसे जरूरी है कि 10 जोनों के 70 वार्डों की निजी बिल्डरों, कॉलोनादजरों की निजी आवासीय कॉलोनियों में पेयजल व्यवस्था की रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर दें।
महापौर मीनल चौबे ने कहा कि बारिश से सड़कों में गड्ढ़े तेजी से होते हैं, जिसे जोन स्तर पर मेंटेनेंस कराने और शहर में लगभग 2200 पावर पंपों एवं लगभग 700 हैंडपंपों के शुद्धिकरण पर जोर दिया। क्योंकि बरसात में रोगजनित बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। दूषित पानी की स्थिति निर्मित न हो। 3 चरणों में ब्लीचिंग पाउडर का घोल डालकर शुद्धिकरण कराने के निर्देश दिए।
तीसरा चरण 30 जुलाई को एक साथ 10 जोनों के 70 वार्डों में किया जाना प्रस्तावित है। आयुक्त विश्वदीप ने सभी जोन कमिश्नरों को महापौर मीनल चौबे द्वारा दिए गए समस्त निर्देशों का कड़ाई से पालन करने और बाजार क्षेत्रों एवं व्यावसायिक क्षेत्रो में व्यक्तियों और दुकानदारों द्वारा गंदगी फैलाने पर लगातार ई-जुर्माना करने के निर्देश अफसरों को दिए।