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पारा 40 डिग्री के पार, लू से बचने यह करें उपाय नहीं हो सकती है यह परेशानी

हवा की दिशा बदलने से मौसम में बदलाव

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पारा 40 डिग्री के पार, लू से बचने यह करें उपाय नहीं हो सकती है यह परेशानी

पारा 40 डिग्री के पार, लू से बचने यह करें उपाय नहीं हो सकती है यह परेशानी

भिलाई. दोपहर में घर से बाहर निकलने वाले अब अपने मुंह और कान ढंककर बाहर निकलें। पूरे बाजू के कपड़े पहनें। खूब पानी पिएं क्योंकि हवाओं के गर्म थपेड़े की शुरुआत हो गई है। बुधवार को दुर्ग जिले में पारा 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। चार दिनों में 8 डिग्री बढ़ोतरी हुई है। यानी अधिकतम तापमान हर दिन 2 डिग्री की रफ्तार से बढ़ रहा है। इधरए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर कहा है कि अप्रैल मध्य और मई की शुरुआत तक पारा 45 डिग्री पर पहुंच जाएगा। रात का तापमान भी अब तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार को ही रात का तापमान 21.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि हवा की दिशा बदली है जिससे गर्म हवाओं की प्रदेश में शुरुआत हुई। वर्तमान में प्रदेश में आ रही हवा शुष्क हैए जिसकी दिशा उत्तर पश्चिम बनी हुई है। आने वाले हफ्ते में मौसम नई कवरट लेगा, जिससे चुभने वाली गर्मी का अहसास होने लगेगा। मौसम में बदलाव का असर बच्चों पर सबसे अधिक हो रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि कूलरए एसी से निकलकर सीधे धूप में बिल्कुल भी नहीं जाएं। पहले एसी बंद करें या कूलर से कुछ देर के लिए दूर रहें। जब शरीर का तापमान बाहरी तापमान के समान हो जाए तभी बाहर निकलें। ये फार्मूला बच्चों पर खास कर लागू करेंए क्योंकि एसी या कूलर में रहने के बाद तुरंत बाहर निकलने से बड़ी समस्या हो सकती है। सर्दी,जुकाम और बुखार इसमें सबसे पहली संभावना है।

लू को लेकर अस्पतालों में अलर्ट घोषित: जिले में लगातार बढ़ते तापमान की वजह से जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने लू का अलर्ट पहले ही जारी कर रखा है। इसके अलावा प्रचार.प्रसार के माध्यम से लोगों को लू के लक्षण से अवगत कराया जा रहा है। सीएमएचओ डॉण् जेपीण् मेश्राम ने बताया कि जिले में लू.तापघात के लक्षण जैसे सिर दर्द, तेज बुखार, कमजोरी, मुंह का सूखना, पेशाब कम आना, भूख न लगना आदि होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में उपचार कराएं। इसके अलावा सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड रखा गया है। साथ ही मरीजों को भर्ती करने के लिए अलग से बेड की व्यवस्था करने को कहा गया है।

बदलते मौसम में ये उपाय करें: सूती और पूरे शरीर को ढंकने वाला वस्त्र पहनना चाहिए। पौष्टिक आहार लेना चाहिएए इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। खाने में मौसमी फलों एवं सब्जियों का सेवन करना चाहिए। आइसक्रीमए कोल्ड ड्रिंक का सेवन नहीं करना चाहिए, जंक फूड से भी बचना चाहिए। सुबह की सैर के साथ.साथ योग भी अच्छा व्यायाम होता है। खाने.पीने के लिए गरम चीजों का इस्तेमाल करें।

बुखार पीडि़त के सिर ठंडी पट्टी लगाएं: डॉ. नीतेश मिश्रा ने बताया कि बुखार पीडि़त व्यक्ति के सिर पर ठंडे पानी की पट्टी लगाएं, अधिक पेय पदार्थ का सेवन करें जैसे नारियल पानी, आम का पना, जलजीरा आदि। पीडि़त मरीज को पौष्टिक आहार दें, पूरी नींद लेने दें, शरीर को क्रियाशील रखें, ठंडी हवा दें एवं शुद्ध पेयजल अधिक से अधिक दिया जाना चाहिए। इसके अलावा घर से बाहर निकलते समय पूरे कपड़े पहनकर निकलें।