
कई लोगों के खून से लाल हो गई है रायपुर का ये चौक, आप रहिए सतर्क.. यातायात पुलिस है मौन..
रायपुर. ट्रैफिक पुलिस महकमे के अफसर यह तो स्वीकार करते हैं कि शहर का सबसे खतरनाक चौक है टाटीबंध, लेकिन यातायात सुधार के सवाल पर वे चुप्पी साध लेते हैं। इस चौक में सबसे ज्यादा लोगों ने ट्रक के नीचे आकर अपनी जान गंवाई हैं। कई लोगों के खून से लाल हो चुकी सड़क पर हादसे को रोकने के लिए पुलिस मौन है। हद तो यह है कि चौक के खतरनाक मोड़ के किसी भी रास्ते के इर्द-गिर्द न तो बेरिकेड्स रखे जाते हैं और न ही जेब्रा क्रासिंग बनाई गई। ऐसी स्थिति में ही दैत्याकार ट्रक दोनों तरफ की रिंग रोड से धड़ाधड़ सीधे घुमावदार जानलेवा मोड़ पर पहुंचते हैं। ऐसे वाहनों के पीछे लगे छोटे वाहन खतरे के बीच ही गुजरते हैं।
'पत्रिका' टीम ने शनिवार को एक घंटे तक टाटीबंध चौक के चारों रास्तों पर यातायात का मुआयना किया। इस दौरान खतरनाक तस्वीर सामने आई। चौक से पहले किसी जगह पर संकेतक बोर्ड और जेब्रा क्रासिंग पट्टी नहीं होने के कारण किसी भी रास्ते के मोड़दार मुहाने से पहले वाहन रुकते ही नहीं हैं। सबसे अधिक खौफनाक स्थिति रिंग रोड क्रमांक-1 और रिंग रोड क्रमांक-2 से आने वाले भारी वाहनों की देखी गई। ऐसे वाहनों की स्पीड पर चौक में पहुंचे के 100 मीटर के दायरे में ब्रेक पर कोई लगाम नहीं होता, घुमावदार मोड़ की जगह ही रफ्तार बढ़ जाती है। उस दौरान यदि कोई छोटा वाहन बाजू से निकलना चाहे तो सीधे भारी-भरकम ट्रकों के पिछलेचक्कों की चपेट में आ जाएगा।
डेंजर प्वाइंट 1
रिंग रोड क्रमांक पर टाटीबंध चौक से कुछ कदम दूरी पर सरोना ब्रिज है। जिस समय सरोना तरफ से भारी वाहन ब्रिज पर पहुंचते हैं, तो उसी स्पीड़ में चौक के मोड़ तक आ जाते हैं। जबकि इससे पहले बेरिकेड्स और जेब्रा क्रासिंग होनी ही चाहिए, ताकि रफ्तार धीमी हो। ब्रिज के पहले संकेतक बोर्ड भी नहीं लगाया है। जेब्रा क्रासिंग पट्टी भी नहीं है।
डेंजर प्वाइंट 2
रिंग रोड क्रमांक ही सीधे चौक को पार करते हुए भिलाई-दुर्ग हाइवे में लगती है। उस तरफ से आने वाले वाहन सीधे बिलासपुर जाने वाली रिंग रोड क्रमांक के मुहाने तक पहुंच जाते हैं। लेकिन ऐसे वाहनों को पीछे रोकने के लिए भिलाई-दुर्ग हाइवे पर चौक से पहले संकेतक बोर्ड और जेब्रा क्रासिंग पट्टी नहीं है।
डेंजर प्वाइंट 3
इसी चौक से रिंग रोड क्रमांक दो जुड़ी हुई है, जिसके एक तरफ दुर्ग से आने वाले वाहन बिलासपुर रोड में जाते हैं तो भनपुरी तरफ से आने वाले वाहन टाटीबंध चौक से रिंग रोड क्रमांक एक सरोना वाले मार्ग में जाते हैं। इस जगह का मोड़ सबसे खतरनाक है। दुर्ग हाइवे और रिंग रोड दो का ट्रैफिक एक साथ पहुंचता है।
ट्रैफिक पुलिस अपने हिसाब से हादसा रोकने के लिए पुख्ता कदम उठाएगी। जेब्रा क्रासिंग पट्टी और बेरिकेड्स लगाकर वाहनों की स्पीड रोकने का काम करेगी।
सतीश सिंह ठाकुर, डीएसपी, ट्रैफिक पुलिस
Published on:
06 Jan 2019 12:47 pm
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