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National Startup day: देश में 60 हजार से ज्यादा स्टार्टअप पर छत्तीसगढ़ में बंद होने की कगार पर है Startup Hub

National Startup day: स्टार्टअप कंपनी एक ऐसी कंपनी होती है जिसने अभी कामकाज शुरू किया है। आप अकेले या कुछ लोगों के साथ मिलकर कंपनी की नींव रखते हैं जिसे इनक्युबेशन कहते हैं। यहां पर लोग अपनी-अपनी कुशलता और विशेषज्ञता लेकर आते हैं और नए कारोबारी आइडिया पर मिलकर काम करते हैं। इस तरह की कंपनी के जरिए ग्राहकों को एक यूनिक प्रोडक्ट या सर्विस दी की जाती है।

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National Startup day: सात साल पहले 16 जनवरी को शुरू हुआ स्टार्टअप इंडिया प्रोग्राम अब 60 हजार से ज्यादा स्टार्टअप तक पहुंच गया है। हर जुबां पर स्टार्टअप की चर्चा है। पे-टीएम (Paytm) हो या ओयो होटल्स (OYO), बायजूस (Byjus) हो या अनअकेडमी (Unacademy) या फिर एमबीए चायवाला (MBA Chaiwala) सभी स्टार्टअप हैं। वैसे यह उजली तस्वीर छत्तीसगढ़ आते-आते थोड़ा फीकी हो जाती है। देश में 108 यूनिकॉर्न (जिनका बाजार मूल्य एक अरब डॉलर यानी 8 हजार करोड़ रुपए है) और 102 सूनिकॉर्न (जिनका बाजार मूल्य एक अरब डॉलर पहुंचने वाला हो) हैं। इनमें से एक भी छत्तीसगढ़ का नहीं है। जानकार बताते हैं कि राज्य में शुरू हुए दो स्टार्टअप 200 करोड़ प्लस होते-होते बैंगलूरु व मुंबई शिफ्ट हो गए। चिंता इस बात की भी है कि पंडरी स्थित मॉल में चल रहे जिस इन्क्यूबेटर सेंटर 36 आईएनसी में सैकड़ों युवाओं ने स्टार्टअप की एबीसी सीखी वो अब बंद होने की कगार पर है। ऐसे में भी आशा जगाते दो स्टार्टअप ऐसे हैं जो लगभग 200 करोड़ रुपए के हो चुके हैं।

बचपन में किराए पर कॉमिक्स दी, अब दे रे फाइनेंस सर्विसप्रांजल कामरा का स्टार्टअप भी 200 करोड़ के वैल्युएशन में शामिल है। प्रांजल जब छोटे थे तब कॉमिक्स किराए पर दिया करते थे। यह काम सिर्फ पॉकेट मनी के लिए ही नहीं बल्कि बिजनेस के तौर पर किया करते थे। इन दिनों वे देश के नामी यूट्यूबर हैं जो स्टॉक मार्केट और इन्वेस्टमेंट की जानकारी देते हैं। यूट्यूब पर उनके लगभग 5 मिलियन सब्स₹ाइबर हैं। उनका स्टार्टअप है फिनोलॉजी। इसमें वे फाइनेंस की सर्विस देते हैं। फिनोलॉजी की को-फाउंडर प्रिया जैन ने बताया कि स्टार्टअप की वैल्युएशन 200 करोड़ रुपए है।

कोर सेक्टर से खुलेगी यूनिकॉर्न या सूनिकॉर्न की राह
रायपुर निवासी 36 आईएनसी के पूर्व सीईओ और दिल्ली जेवियर स्कुल ऑफ मैनेजमेंट के डीन राजीव रॉय कहते हैं, छत्तीसगढ़ में किसी स्टार्टअप को यूनिकॉर्न या सूनिकॉर्न तक पहुंचने के लिए अभी काफी टाइम लगेगा। एक- दो ऐसी फर्म हैं जो छत्तीसगढ़ में स्टार्ट हुए थे लेकिन जब वे ग्रो करने लगे तो राज्य छोडकऱ चले गए हैं। इंडस्ट्रीयल या कोर सेक्टर से काफी संभावना है। कोर सेक्टर वही जिसमें इंटरनेट ऑफ थींग्स (आईओटी) और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी (एआई) का यूज हो रहा हो। इसके अलावा अगर कोई इंडस्ट्रीयल एरिए में ब्लॉकचेन पर वर्क कर रहा हो तो संभव है। नॉन टेक स्टार्टअप से यूनिकॉन या सूनिकॉन बनने की जरा भी संभावना नहीं दिखाई दे रही।

36 INC बंद होना दुर्भाग्यजनक
रॉय ने कहा, छत्तीसगढ़ में अगर देखा जाए तो 36 INC एक ऐसी जगह है जो स्टार्टअप का हब बन गया है। उसकी पहचान बन चुकी है। बाहर से कोई स्टार्टअप एक्सपर्ट, इन्वेस्टर या डेवलपमेंट एंजेसी ( Startup expert, investor or development agency ) आती है तो सबसे पहले वह 36 आईएनसी ही जाती है। लोकल स्टार्टअप्स (local startups) के लिए भी यह एक क्लब की तरह है जहां वे अपनी परेशानी साझा कर सकते हैं। आइिडयाज को शेयर कर सकते हैं। यहां एक माहौल तो मिलता है सुविधाएं भी मिलती हैं। इसका बंद होना बहुत ही दुर्भाग्यजनक है।

रस लक्जरी एक ऐसा स्टार्टअप है जिसने पांच सालों में दुनिया के 15 देशों तक अपनी पहुंच बनाई। खास बात यह कि इसे मां और दो बेटियां चला रही हैं। नंदनवन के पास वे फूलों की खेती करते हैं। पूूरा प्रोसेस फैक्ट्री में होता है। सीईओ शुभिका जैन ने बताया कि कंपनी की वैल्युएशन लगभग 200 करोड़ की है। 25 लोगों के स्टाफ से शुरू हुई कंपनी में अब 80 लोग हैं। हम 300 प्रतिशत की तेजी से बढ़ रहे हैं। हम 120 तरह के प्रोडक्ट बना रहे हैं। हाल ही में हमने एक और ब्रांड लॉन्च किया है जिसका नाम मूडी है। कंपनी में मैं, मम्मी संगीता जैन और सिस्टर सुरम्या जैन फाउंडर हैं। मैं फाइनेंस व ऑपरेशन देखती हूं। सिस्टर मार्केटिंग और मम्मी रिसर्च में हैं।