
Nautapa 2024: अब हीटवेव (लू ) से लोगों की सेहत बिगड़ रही है। सरकारी व निजी अस्पतालों में 35 फीसदी मरीज पेट दर्द, सनबर्न, डिहाइड्रेशन, कमजोरी, उल्टी-दस्त व चक्कर की समस्या वाले आ रहे हैं। रायपुर में पिछले दो दिनों से पारा 43.7 डिग्री पर है। डॉक्टरों के अनुसार, तेज गर्मी के साथ उमस से लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। वहीं, दिन और रात के तापमान में अचानक बदलाव को शरीर एडजस्ट नहीं कर पा रहा है।
आंबेडकर अस्पताल, एस, जिला व निजी अस्पतालों में हीटवेव के बाद मेडिसिन व पीडियाट्रिक विभाग की ओपीडी में लू की गर्मी से बीमारमरीजों की संया बढ़ गई है। (Nautapa 2024) इसमें न केवल बड़े, बल्कि बच्चे व बुजुर्ग भी शामिल हैं। पिछले दो दिनों में राजधानी समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में भीषण गर्मी पड़ रही है। राजधानी में ही दिन व रात की उमस ने लोगों को हलाकान कर दिया है।
आंबेडकर अस्पताल में मंगलवार को मेडिसिन की ओपीडी में 350 व पीडियाट्रिक में 70 मरीजों का इलाज किया गया। इनमें 35 फीसदी मरीज हीटवेव वाले थे। (Nautapa 2024) गर्मी से बचने वे जहां फ्रिज से निकालकर आइसक्रीम व ठंडी चीजें खा रहे हैं, इससे भी सेहत बिगड़ रही है। बासी खाना व खुले में बिकने वाली चीजों से भी लोग बीमार पड़ रहे हैं।
डॉक्टरों के अनुसार, पर्याप्त पानी नहीं पीने से भी शरीर में पानी की कमी हो रही है। गर्मी बढ़ने के बाद शरीर से पसीना निकल रहा है। इसकी पूर्ति के लिए पर्याप्त पानी पीने की जरूरत है। (Nautapa 2024) सामान्य आदमी को इन दिनों दिन में कम से कम 4 से 5 लीटर पानी पीना चाहिए। वहीं, हार्ट के मरीजों को डॉक्टर की सलाह से पानी पीना चाहिए। हाल ही में हुई बारिश में भीगने के बाद कुछ लोगों को वायरल फीवर भी हुआ है।
नौतपा में गर्मी अपना असर दिखा रही है। बीते तीन दिनों में पारा 3 से 4 डिग्री तक बढ़ गया है। नौतपा 2 जून तक रहेगा। नौतपा के तीसरे दिन राजधानी समेत आस-पास के इलाकों में सुबह से ही बादल छाए रहे। इससे लोगों को भीषण धूप से राहत मिली। (Nautapa 2024) मौसम विभाग के मुताबिक 28 मई को एक दो पैकेट में ग्रीष्म लहर (मध्य छत्तीसगढ में ) चलने की संभावना बनी हुई है।
वहीं रात में भी तेज गर्मी पड़ सकती है। इस साल का रिकॉर्ड टूट सकता है। 30 मई तक ग्रीष्म लहर (मध्य छत्तीसगढ में ) चलने की संभावना बनी हुई है। रायपुर में 43.6 डिग्री बेमेतरा में 43.9 डिग्री दर्ज किया गया। अभी तक रात में सबसे अधिक पारा बिलासपुर में दर्ज किया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक रायपुर में अगले 24 घंटे में तापमान 31 से 32 डिग्री तक पहुंच सकता है। हवा में 56 फीसदी नमी और आसमान में 50 प्रतिशत बादल दर्ज किए गए हैं। (Nautapa 2024) उमस के कारण गर्मी ने लोगों को बेचैन किया। हालांकि मंगलवार को बादलों की आवाजाही कम हो जाएगी।
जिला - अधि. न्यू.
रायपुर - 43.6 - 29.6माना - 43.4 - 29.2
बिलासपुर - 43.0 - 30.2
पेण्ड्रारोड 42.5 - 28.2
अंबिकापुर - 39.6 - 25.2
जगदलपुर - 37.3 - 24.7
दुर्ग - 42.8 - 28.6
राजनांदगांव - 43.5 - 25.5
प्राकृतिक ठंडा पदार्थों का सेवन: नारियल पानी, लीची, खीरा, तरबूज आदि फल और सब्जियां खाएं। इनसे शरीर का तापमान कम रहता है। अंगूर या ककड़ी का रस पीने से लू से बचाव होता है।
डिहाइड्रेशन से बचें : लू में अधिक पानी पीना बहुत जरूरी है। रोजाना कम से कम 10 गिलास पानी पीना पीएं।
धूप से बचें : ऊपरी वस्त्र, टोपी पहनें, छाता रखें। मास्क व गमछे के प्रयोग से चेहरा व सिर ढकें।
ठंडा जल स्नान : लू के दिनों में दो बार ठंडे पानी से स्नान करें, शरीर का तापमान कम रहता है।
ठंडा खाना खाएं : गरम और तले हुए खाने की बजाए ठंडा और हल्का खाना खाएं।
नमी बनाए रखें: शरीर को नमी बनाए रखने के लिए आलू, अंगूर, और खीरे खाएं।
डॉक्टर से तुरंत मिलें : यदि आप लू के असर में पकड़ जाते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
शरीर से ज्यादा पसीना निकलने पर बीपी लो हो सकता है। ऐसे मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। शरीर में पानी की कमी न हो, इसलिए एक सामान्य आदमी को दिन में 4 से 5 लीटर पानी तो पीना ही चाहिए। बाहर खुले में बिकने वाली चीजों को खाने से बचें। इससे गर्मी के सीजन में स्वास्थ्य को ठीक रखने में मदद मिलेगी।
हवा में नमी की मात्रा बढ़ने से शरीर से काफी पसीना निकल रहा है। इस कारण कई लोगों को लो बीपी की शिकायत होने लगी है। ऐसे मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। (Nautapa 2024) डॉक्टरों के अनुसार, खासकर महिलाओं में इस तरह की समस्या ज्यादा देखी जा सकती है। महिलाएं जहां कम पानी पीती हैं और उपवास भी रखती हैं।
कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण भी लो-बीपी की शिकायत हो सकती है। ऐसे में उन्हें लापरवाही न करते हुए डॉक्टर से इलाज कराना चाहिए। डॉक्टरों के अनुसार, सब्जी में नमक की मात्रा पर्याप्त रखें। (Nautapa 2024) दिन में कम से कम 11 से 13 गिलास पानी पीएं। ओआरएस या इलेक्ट्रॉल पावडर भी पानी में डालकर पी सकते हैं।
गर्मी में ठंडे पेय की चाहत सभी को होती है। खुले में बिकने वाले शरबत, नीबू पानी, आम का पना, गन्ना रस या दूसरी चीजों में बर्फ का उपयोग किया जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ये बर्फ उपयोग के लायक नहीं होती। ऐसी चीजों के उपयोग से पेट में इंफेक्शन वाले मरीज भी अस्पताल पहुंच रहे हैं। (Nautapa 2024) ऐसे में घर में बर्फ जमाकर इसका उपयोग कर सकते हैं। खासकर, गर्मी के सीजन में बाहर खाने-पीने से परहेज कर सेहत को ठीक रखा जा सकता है। गंदी नालियों के किनारे व भिनभिनाती मक्खियों के बीच बिकने वाली खाने की चीजों से दूर रहें तो यह सेहत के लिए ठीक है।
Published on:
28 May 2024 03:01 pm
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