
Newborn baby dies due to medical staff negligence in Kawardha
रायपुर. छत्तीसगढ़ में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां अस्पताल में दर्द से छटपटाती प्रसूता की सुध लेने न तो डॉक्टर आया और न ही नर्स। प्रसूता की मां और सास दोनों ने डॉक्टर और नर्स से काफी मिन्नतें की, लेकिन इसके बाद भी डॉक्टर और नर्स नींद से नहीं जागे। अंत में हार कर प्रसूता की मां और सास को डिलीवरी करानी पड़ी। सुरक्षित प्रसव नहीं होने के कारण नवजात की आधे घंटे के बाद ही मौत हो गई। बतादें कि कवर्धा मुख्यमंत्री रमन सिंह का गृह ग्राम है।
दरअसल, यह मामला कवर्धा जिले का है, जहां ग्राम खैराहा-सरेखा निवासी गर्भवती सुखियारिन अपने पति जगराम, सास और मां के साथ प्रसव कराने जिला अस्पताल पहुंची। दिनभर हल्के दर्द से जुझती रही। अधिक दर्द नहीं होने के कारण प्रसव नहीं हो पा रहा था। देर रात करीब 2.30 बजे महिला दर्द से कहराने लगी। पति तुरंत नर्स और डॉक्टर को बुलाने भागा, लेकिन कोई नहीं मिला।
फिर उसकी मां और सास नर्स को ढूंढने निकले। इसके बाद नर्स नहीं मिले। जबकि इस दौरान एक मेडिकल ऑफिसर और दो नर्स की ड्यूटी लगी थी। गर्भवती महिला की स्थिति को देखते हुए उसकी मां और सास ने ही महिला वार्ड में उसका प्रसव कराया। किसी ने बताया पुरुष वार्ड के पास नर्स रूम है, जहां पर वह सोती है। महिलाएं वहां गई नर्सों को जगाया, जिसके बाद वह पहुंची। लेकिन यह असुरिक्षत प्रसव था, जिसके कारण आधे घंटे के बाद नवजात की मौत हो गई।
जिला अस्पताल वर्षों से डॉक्टरों की कमी बनी हुई है। अस्पताल पूरी तरह से केवल नर्सों की बदौलत ही चल रहा है। ऐसे में यदि नर्स भी लापरवाही बरतने लगे तो गरीब मरीजों के पास तो इलाज कराने का कोई स्थान ही नहीं है। अस्पताल की दशा सुधारने कोई पहल नहीं हो रही है। जिला अस्पताल में डॉक्टर और नर्स भी लापरवाह हो चुके हैं। रात में ड्यूटी निभाने के बजाए चैन की नींद सोते रहते हैं। इनकी लापरवाही के चलते कल फिर एक मां ने अपना बच्चा खो दिया।
कवर्धा जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.एसआर चुरेन्द्र ने कहा कि लापरवाही तो हुई है। जो ड्यूटी पर थे उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। नवजात की मौत इसलिए हुआ, क्योंकि उसका समय नहीं आया था। नवजात छह माह का भी हुआ था।
Published on:
02 Jul 2018 03:24 pm
बड़ी खबरें
View Allरायपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
