नोटिस में नेताम और चावला पर पार्टी विरोधी कार्य करने का आरोप है। नेताम ने भानुप्रतापुर विधानसभा उपचुनाव में सर्व आदिवासी समाज के प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने की अपील की थी। अमरजीत चावला के खिलाफ भी कई आरोप लगाए गए हैं। उनसे तीन बिंदुओं पर जवाब मांगा है।
![पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम और संगठन महामंत्री चावला को नोटिस](http://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2023/02/11/a_2_8036963-m.jpg)
चावला पर आरोप है कि वो पीसीसी कार्यालय में बैठकर सरकार के खिलाफ नकारात्मक टिप्पणी कर रहे हैं। साथ ही आरक्षण संशोधन विधेयक पर राज्यपाल के स्टैंड को समर्थन देने का आरोप शामिल हैं। चावला पर यह भी आरोप है कि वो भूपेश बघेल के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चला रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण स्वामी पर स्याही फेंकने के मामले में भी चावला का नाम सामने आया था। वहीं महासमुंद में समाज वर्ग के लोगों को अपशब्द कहने के भी आरोप लगे हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सामने कई मामलों में शिकायत की थी।