
रायपुर. डूमर तालाब स्थित द रेडिएंट वे स्कूल में कक्षा चौथी में पढऩे वाली छात्रा कर्तिशा त्रिवेदी १२ नवंबर को जिस एडवेंचर स्पोर्ट्स में शिरकत करने के दौरान 25 फीट ऊंचाई से स्कूल में गिरी, वह खेल शिक्षा विभाग को खेल कैलेंडर में है ही नहीं।
स्कूल प्रबंधन ने छात्रों से आयोजन के नाम पर पैसे कमाने के लिए अपनी मनमर्जी से एडवेंचर स्पोर्ट्स का आयोजन कराया और हादसा होने के बाद ठीकरा माउंटमेन एडवेंचर स्पोर्ट्स कंपनी पर थोप दिया। स्कूल प्रबंधन ने परिजनों की इजाजत से खेल में छात्रों की शिरकत करने की बात कही थी, लेकिन परिजनों ने पूरे मामलें में स्कूल प्रबंधन पर मनमानी करने और झूठ बोलने का आरोप लगाया है।
खेल कलेंडर में केवल इन खेलों को नाम
लोक शिक्षण संचालनालय ने प्रदेश के सभी जिलों के लिए खेलों का चयन किया है। शिक्षा विभाग के आदेशानुसर स्कूलों के संचालक खेल आयोजनों के दौरान खेल कलेंडर में दर्ज खेलों का क्रियान्वन करवा सकते है। खेलों के नाम पर स्कूल प्रबंधन केवल एक ही बार फीस ले सकता है। जो स्कूल प्रबंधन खेलों के नाम से दोबारा फीस पालकों से वसूलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई के प्रावधान है।
स्कूल शिक्षा विभाग में रायपुर जिले में संचालित होने वाले स्कूलों को क्रीडा प्रतियोगिता हेतु हॉकी बालक/बालिका, साफ्ट टेनिस बालक/बालिका, बास्केट बॉल बालक/बालिका, स्क्वैश बालक/बालिका, फेसिंग बालक/बालिका, जीतकुने डो बालक/बालिका, और स्पीडबॉल बालक/बालिका खिलाने का निर्देश दिया है। स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश के का उल्लंघन करते हुए द रेडिएंट वे स्कूल के प्रबंधन ने एडवेंचर स्पोर्ट्स का आयोजन कराया और प्रति छात्र 700 रुपए लेकर पालकों की जेब में डाका भी डाला।
परिजन बोले हमे नहीं मिला इंसाफ
द रेडिएंट वे स्कूल घटना हुए 15 दिन से ज्यादा का समय हो गया है। जांच अधिकारी और आईसीएससी बोर्ड द्वारा स्कूल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई ना होने से परिजनों ने मामलें में खानपूर्ति करने का आरोप लगाया है। रविवार को घायल छात्रा कर्तिशा के पिता डॉ. सौमित्र त्रिवेदी ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर सीएम भूपेश बघेल द्वारा निर्देश मिलने के बावजूद इंसाफ ना मिलने की बात कही है।
डा़ त्रिवेदी ने कहा कि आरोपियों का कुछ मिनटों में थाने से ही छूट जाने से दुख हुआ। डॉ. त्रिवेदी ने एसडीएम जांच पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि एसडीएम बंद कमरे में जांच कर रहे है और 11 दिन बाद भी वे स्कूल जांच करने नहीं पहुंचे है। पालकों ने स्कूल में प्रशासक नियुक्त कर पूरे मामलें की पारदर्शी जांच करवाने की बात कही है।
डेढ़ महीने कर्तिशा को रेस्ट करने का निर्देश
हादसे में घायल हुई कर्तिशा त्रिवेदी की हालत अभी सुधार नहीं हुआ है। कर्तिशा की रीढ़ की हड्डी में ब्लड क्लाट हो गया है और एडी की हड्डी एक दूसरे में घुस गई है। इन चोटों की वजह से कर्तिशा को डेढ़ माह तक बेड रेस्ट करने का निर्देश डॉक्टरों ने दिया है। हादसे के बाद अकेले में कर्तिशा डर जाती है, जिस वजह से परिजनों को अभी चौबीस घंटे साथ रहना पड़ रहा है।
Published on:
24 Nov 2019 07:10 pm
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