
CG Exam: छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाई स्कूल और हॉयर सेकेंडरी कक्षाओं की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार की दृष्टि से मूल्यांकन प्रणाली में परिवर्तन का निर्णय लिया है। अब छात्रों के वार्षिक परीक्षा परिणाम में त्रैमासिक और छ:माही परीक्षा के परीक्षा के अंकों के भी कुछ प्रतिशत का कुछ प्रतिशत अधिभार के रूप में जोड़ा जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने यह कदम विद्यार्थियों को पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखने के लिए किया है। इससे छात्रों में तिमाही और छमाही परीक्षों समय भी पढ़ाई करने की प्रवृत्ति जागृत होगी।
छात्रों में वार्षिक परीक्षा परिणाम प्रभावित होने के डर से तिमाही और छमाही के दौरान भी अच्छे पढ़ाई करके परीक्षा देने की आदत पड़ेगी। अभिभावक भी बच्चों को सालभर पढ़ाई के लिए प्रेरित करेंगे। 9वीं और 11वीं के मूल्यांकन प्रणाली में परिवर्तन के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) के निर्णय लेने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
बच्चों व अभिभावकों को जानकारी देने के निर्देश : मूल्यांकन प्रणाली में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से किए गए बदलाव को स्कूलों मेें माध्यम से बच्चों और अभिभावकों को जागरूक करने का निर्देश दिए गए हैं। स्कूलों के प्राचार्यों ने सभी शिक्षकों को मूल्यांकन की नई व्यवस्था की जानकारी बच्चों को अभिवावकों तक पहुंचाने को कहा है, जिससे बच्चों त्रैमासिक और छमाही परीक्षा के दौरान अच्छे से पढ़ाई करके बैठें।
ऐसे होगी अब मूल्यांकन की व्यवस्था : - कक्षा 1 से चौथी, 6वीं व 7वीं में: वार्षिक परीक्षा परिणाम में त्रैमासिक परीक्षा में प्रत्येक विषय में प्राप्त अंकों का 20 प्रतिशत, छमाही परीक्षा में प्रत्येक विषय में प्राप्त अंकों का 20 प्रतिशत अधिभार के रूप में जोड़ा जाएगा। (अर्थात त्रैमासिक का 20 प्रतिशत, छमाही का 20 प्रतिशत और वार्षिक का 60 प्रतिशत मिलाकर परीक्षाफल तैयार किए जाएंगे)
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मूल्यांकन प्रणाली में परिवर्तन होने से अब अभिभावक और बच्चों में स्कूल जाने के प्रति जागरुकता आएगी। इससे उनमें त्रैमासिक और छ:माही परीक्षा में भी तैयारी के साथ उपस्थित रहने की प्रवृत्ति आएगी। स्कूलों में बच्चों की निरंतर उपस्थिति रहेगी।
Updated on:
29 Oct 2025 10:59 am
Published on:
29 Oct 2025 10:58 am
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