दरअसल काम की तलाश में प्रदेश के 30 मजदूरों को एक दलाल तमिलनांडु ले गया था। जहां ईट बनाने वाली फैक्ट्री में काम पर लगवाया लेकिन कंपनी संचालक ने 6 महिने काम करने के बाद भी मजदूरों को पैसा नहीं दिया। जब मजदूरों ने पैसा मांगा तो उन्हें बंधक बना लिया गया और किसी तरह भागने या शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी गई।