
Raipur News: लंबे अर्से बाद अब धीरे-धीरे फूल चौक-तात्यापारा के बीच संकरी सडक़ के चौड़ीकरण का रास्ता साफ हो रहा है। यह सडक़ एक समान चौड़ी हो जाने पर शहर के लोगों को आवाजाही की काफी सुविधा होगी। क्योंकि, अभी उस दायरे में सुबह से देर शाम तक ट्रैफिक के हालत बनते हैं। चूंकि सामने दो महीने बाद नगर निगम का चुनाव है, ऐसे में माना जा रहा है कि तोडफ़ोड़ के लिए बुलडोजर दिसंबर के बाद ही निकलेगा।
Raipur News: हालांकि, जिला प्रशासन की टीम ने संकरे दायरे की रिपोर्ट तैयार कर ली है, जिसमें 94 दुकानें चौड़ीकरण के दायरे में आई हैं। सर्वे में यह तय कर लिया है कि 500 मीटर के दायरे में कहीं 8 तो कहीं 10 फीट तक तोडफ़ोड़ करना पड़ेगा। ऐसी दुकानों के मालिकों के कागजी दस्तावेजों के आधार पर मुआवजा तय करने की प्रक्रिया पूरी होगी।
एक ही कारोबारी की चार से पांच दुकानें हैं। कलेक्टर के राजस्व विभाग की सर्वे टीम ने उन सभी को सूचीबद्ध किया है। तोडफ़ोड़ की क्षतिपूर्ति के आंकलन की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों को सौंपी गई है। अफसरों के अनुसार निर्माण का अलग मूल्यांकन होगा और जमीन का अलग। इसी पर मुआवजे पर अंतिम मुहर लगेगी।
पिछली कांग्रेस सरकार ने इस दायरे के चौड़ीकरण के लिए 137 करोड़ का प्रावधान किया था। जिसके आधार पर पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने निर्माण के लिए साढ़े छह करोड़ अनुमानित लागत का एस्टीमेट भी तैयार किया, परंतु उस पर फिर आगे कोई काम नहीं हुआ। क्योंकि, विधानसभा चुनाव शुरू गया। इसलिए केवल भूमिपूजन ही हो सका था। इस बार भी वैसी ही स्थितियां बन रही हैं। क्योंकि सामने नगर निगम का चुनाव है। ऐसे में माना जा रहा है कि नतीजे घोषित होने के बाद ही निर्माण की गाड़ी आगे बढ़ सकती है।
फिर 80 फीट चौड़ी हो जाएगी सडक़ सर्वे रिपोर्ट के अनुसार यह सडक़ 80 फीट चौड़ी हो जाएगी। सडक़ के बीच को केंद्र ङ्क्षबदु मानकर चिह्नांकन किया है। इससे दोनों तरफ 8 से 10 फीट तोडफ़ोड़ होने के बाद जयस्तंभ और आजाद चौक के तरफ जितनी चौड़ाई फूलचौक और तात्यापारा के बीच का दायरा भी हो जाएगा। बीच में डिवाइडर और बिजली के पोल लगेंगे। अभी दुकानों के सामने बिजली लाइन और तारों के मकडज़ाल है। वह सब हटेगा और दोनों तरफ से ट्रैफिक मूवमेंट एक समान होने लगेगा और शहर के बीच की यह रोड स्मार्ट सिटी के अनुरूप दिखेगी।
तहसीलदार पवन कुमार कोसमा ने बताया कि चौड़ीकरण के लिए सर्वे रिपोर्ट तैयार हो गई है। तोडफ़ोड़ के दायरे में दोनों तरफ से 94 दुकानों के निर्माण को सूचीबद्ध किया गया है। निर्माण के क्षतिपूर्ति के मूल्यांकन की रिपोर्ट पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर तैयार करेंगे। इसके बाद मुआवजा की प्रक्रिया होगी।
Updated on:
25 Aug 2024 12:55 pm
Published on:
25 Aug 2024 12:51 pm
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