आमतौर पर सीबीएसई, राज्य शिक्षा बोर्ड, विश्वविद्यालय और कॉलेज विद्यार्थियों की कॉपियों की जांच साधारण जैल या बॉलपेन से कराते हैं। परीक्षकों के पास ज्यादा बंडल होने से कई बार मूल्यांकन ढंग से नहीं होता। बीस से २५ प्रतिशत कॉपियों में जांच में प्रश्न छूटने, अंक गणना में त्रुटि और अन्य शिकायतें मिलती हैं। यह मामले पुनर्मूल्यांकन में सामने आते हैं। लिहाजा सीबीएसई ने डिजिटल पैन से कॉपियां जंचवाने की योजना बनाई है।