पुलिस के मुताबिक एनआईटी के मैटलर्जी फर्स्ट ईयर का 19 वर्षीय छात्र मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे रविशंकर शुक्ल विवि परिसर पहुंचा। वहां सूनसान स्थान पर विस्फोटक तैयार किया। फिर उसमें विस्फोट कर दिया। इससे वह बुरी तरह घायल हो गया। घायल होने के बाद भी वह किसी तरह सड़क पर पहुंचा। उसकी हालत देखकर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उसे एम्स में भर्ती कराया। विस्फोट से उसके पेट में गंभीर चोटें आई हैं। छात्र मूलत: कोरबा का रहने वाला है। डीडी नगर में पीजी में रहता था। उसकी बहन भी एनआईटी में है।
कपड़े, जूते-मौजे अलग मिले घटना से पहले छात्र ने अपने कपड़े और जूते-मौजे उतारकर अलग रख दिया था। उसका बैग भी दूसरी जगह पर मिला। मौके से रस्सी बम के रैपर भी मिले हैं। आशंका है कि उसने पटाखों से बारूद इकट्ठा किया। फिर उसमें लोहे, किल जैसी चीजें रखी। फिर उसमें विस्फोट किया।
घटना से पहले बहन को दी थी जानकारी पुलिस के मुताबिक छात्र ने विस्फोट करने से करीब 5 मिनट पहले अपनी बहन को कॉल किया था और विस्फोट करके जान देने के बारे में बताया था। उसकी बहन भी एनआईटी में है। छात्र का फोन आते ही वह उसकी तलाश में रविशंकर यूनिवर्सिटी परिसर पहुंची। आसपास उसकी तलाश की, लेकिन नहीं मिला। उसकी तलाश में वह दूसरी दिशा में चली गई। विस्फोट होने और उसके घायल होने के बाद छात्रा को पता चला। इसके बाद उसे अस्पताल ले गए।
खुदकुशी की कोशिश तो नहीं सरस्वती नगर टीआई लालमन साव का कहना है कि छात्र ने विस्फोट करके अपनी जान देने की कोशिश की है। उसके परिजनों ने बताया है कि वह पहले भी खुदकुशी की कोशिश कर चुका है। वर्तमान में खुदकुशी किस वजह से कर रहा था? इसका पता नहीं चल पाया है। घायल छात्र से पूछताछ नहीं हो पाई है। वह आईसीयू में भर्ती है।
रैगिंग की भी आशंका मामले में रैगिंग की आशंका भी जताई जा रही है। छात्र को अगर खुदकुशी करना होता, तो और भी कई तरीके हैं। जिस ढंग से उसके कपड़े, जूते-मौज अलग रखे हैं, उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं। फिलहाल इस घटना के संबंध में एनआईटी के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।