बस्सी में होगा चीतल का पुनर्वास
जयपुरPublished: May 15, 2015 03:33:25 pm
बस्सी वन्य जीव अभयारण्य के लिए बनाई कार्य योजना मूर्तरूप लेती है तो आने
वाले समय में इससे यहां चीतल का कुनबा तो बढ़ेगा ही, पर्यटकों की संख्या
में भी इजाफा होगा।


बस्सी वन्य जीव अभयारण्य के लिए बनाई कार्य योजना मूर्तरूप लेती है तो आने वाले समय में इससे यहां चीतल का कुनबा तो बढ़ेगा ही, पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा।
मुख्य वन संरक्षक उदयपुर की ओर से चित्तौडग़ढ़ सहित तीन जिलों के लिए जारी आदेश के अनुसार वन्य क्षेत्रों के लिए चीतल दिए जाने हैं। उप वन संरक्षक जयपुर के अधीन क्षेत्र में करीब 72 चीतल हैं, जिन्हें अविलम्ब अन्य जगह छोडऩा है।
फिलहाल ये चीतल शाहपुरा वन क्षेत्र में हैं। ऐसे में इन चीतल को चित्तौडग़ढ़ जिले बस्सी सेंचुरी लाया जा सकता है। चीतल के पुनर्वास को लेकर चित्तौडग़ढ़ के वन्य जीव संरक्षक कार्यालय की ओर से प्रस्ताव बना कर भेजा जाएगा।
सब कुछ सही रहा तो यह सभी चीतल बस्सी सेंचुरी को मिल सकते हैं। बस्सी सेंचुरी वैसे भी चीतल के लिए अनुकूल है।
यहां केवडिय़ा क्षेत्र में काफी स्थान है जहां यह कुनबा बढ़ सकता है।
प्रस्ताव मांगे हैं
मुख्य वन संरक्षक उदयपुर ने चीतल पुनर्वास के लिए प्रस्ताव मांगे हैं। बस्सी वन्य जीव अभयारण्य इसके लिए उपयुक्त स्थान है। प्रस्ताव तैयार कर भेजा जाएगा।
मुकेश सैनी, उपवन संरक्षक वन्य जीव चित्तौडग़ढ़