
CG Election 2023: पत्रिका इंटरव्यू के दौरान रमन बोले- हमने विकास किया, कांग्रेस ने प्रदेश को कई साल पीछे धकेला
रायपुर। CG Election 2023: चुनाव प्रचार चरम पर है। स्टार प्रचारक पूरे प्रदेश को नाप ले रहे हैं तो प्रत्याशी अपनी सीट पर सुबह से रात तक जुटे हैं। ऐसे में प्रचार थमने के एक दिन पहले पत्रिका ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से इस चुनाव के प्रमुख मुद्दों पर बात की। रमन सिंह ने दावा किया कि सरकार की नाकामियां सबको साफ दिख रही हैं। बच्चे, युवा, महिला और बुजुर्ग सब प्रदेश सरकार से तंग हैं। इसलिए बदलाव तय है। 3 दिसंबर को आने वाला जनादेश भाजपा को स्पष्ट बहुमत वाला होगा। आइए देखें किस मुद्दे पर उन्होंने क्या कहा?
प्रश्न 1: बदलाव क्यों: भाजपा का नारा है- बदल के रहिबो.. आखिर जनता ऐसा क्यों करेगी? विपक्ष के तौर पर तो भाजपा लगभग पूरे समय शांत ही बैठी रही।
उत्तर: प्रदेश में विकास कार्य ठप हैं। इन 5 साल में प्रदेश बरसों पीछे चला गया है। इनके 36 वादों में से अधिकांश पूरे नहीं हुए। जिनको पूरा करने का दावा है वे आधे-अधूरे हैं। 5 साल में कांग्रेस सरकार के कामकाज ने तय कर दिया है कि जनता अब इनको दूसरा मौका नहीं देने वाली।
प्रश्न 2: जाति जनगणना: जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस के आक्रामक रुख से भाजपा क्यों परेशान दिख रही है?
उत्तर: परेशानी कैसी? दरअसल अब कांग्रेस को लग रहा है कि देश में उसका कोई वोट बैंक बचा नहीं है, इसलिए जनता को झांसा देकर वोट बंटोरने का नया तरीका लाए हैं। आजादी से 2011 तक सभी जनगणना कांग्रेस सरकारों ने कराई, तब जाति जनगणना का मुद्दा क्यों नहीं उठा? छत्तीसगढ़ में पिछड़े वर्ग की गणना के लिए क्वांटीफायबल आयोग बनाया था, 3 साल बीत गए, इसकी रिपोर्ट जारी क्यों नहीं की जा रही है.
प्रश्न 3: चेहरा कौन: सीएम भूपेश बघेल कहते हैं कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी के पास कोई चेहरा नहीं है, आप क्या कहेंगे?
उत्तर: भाजपा ने छत्तीसगढ़ में कभी मुख्यमंत्री के चेहरे पर चुनाव नहीं लड़ा। चुनाव के बाद विधायक दल 1 घंटे में अपना नेता चुन लेता है। जवाब तो उनसे लीजिए जिनके केंद्रीय नेतृत्व ने साफ कह दिया है कि 2023 का विधानसभा चुनाव किसी चेहरे पर नहीं बल्कि सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
प्रश्न 4: छत्तीसगढिय़ावाद : कांग्रेस सांस्कृतिक परंपराओं को बढ़ावा देकर छत्तीसगढिय़ावाद के मुद्दे पर आक्रामक है। बीजेपी इसका सामना कैसे करेगी?
उत्तर: देखिए, इनका छत्तीसगढिय़ावाद दिखावे और आडंबर से बढक़र और कुछ नहीं है। इन्होंने छत्तीसगढ़ से जो 3 राज्यसभा सांसद भेजे वो छत्तीसगढ़ के नहीं है। अगर इन पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति का थोड़ा भी प्रभाव पड़ा होता तो युवाओं को जुए और सट्टे के दलदल में नहीं धकेलते।
प्रश्न 5: धर्मांतरण: क्या धर्मान्तरण वास्तव में बड़ा मुद्दा है? इस पर भाजपा इतनी आक्रामक क्यों है?
उत्तर: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण गंभीर मुद्दा है। हमारा प्रदेश आज धर्मांतरण की आग में जल रहा है। कांग्रेस सरकार मिशनरियों की गोद में बैठकर धर्मांतरण को बढ़ावा दे रही है। आदिवासी संस्कृति को मिटाने के लिए हिंसा की जा रही है। इन हिंसक तत्वों को प्रदेश सरकार का संरक्षण है। धर्मांतरण के दीमक को नहीं रोका गया तो जल्द ही यह प्रदेश को खोखला कर देगा।
प्रश्न 6: जनता को हासिल: भाजपा के 15 साल हों या कांग्रेस के 5 साल, जनता को क्या मिला?
उत्तर : भाजपा ने 15 साल में प्रदेश का बजट 7 हजार करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाया, जबकि कांग्रेस सरकार ने 55 हजार करोड़ से अधिक का कर्ज लिया। हमने 58 लाख गरीब परिवारों को 1 रूपए किलो चावल दिया। आदर्श पीडीएस योजना बनाई। धान उपार्जन को 5 लाख मैट्रिक टन धान से बढ़ाकर 70 लाख में मैट्रिक टन तक पहुंचाया। भाजपा ने लाड़ली लक्ष्मी योजना, कन्या विवाह योजना, नोनी सुरक्षा योजना, साइकिल वितरण जैसी योजनाएं बनाई। कांग्रेस ने सिर्फ कुशासन दिया। शांति के टापू को अपराध गढ़ बना दिया है। युवाओं को नशे और सट्टे में डुबो दिया।
Published on:
15 Nov 2023 09:05 am
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