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साइंस कॉलेज चौपाटी: गुपचुप के एक स्टॉल का किराया 20 हजार रु. महीना

Raipur News: साइंस काॅलेज मैदान की चर्चित चौपाटी में बने स्टॉल अब खुलने लगे हैं।

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Rent for secret stall in Science Chowpatty is Rs 20,000. month

साइंस कॉलेज चौपाटी

रायपुर। Chhattisgarh News: साइंस काॅलेज मैदान की चर्चित चौपाटी में बने स्टॉल अब खुलने लगे हैं। रायपुर स्मार्ट सिटी से एजेंसी तय होने के बाद 20 से 25 हजार रुपए हर माह एक-एक स्टॉल का किराया के हिसाब से लोग चाट-समोसा, चाउमीन, गुपचुप, पाव भाजी जैसे खानपान का कारोबार करने के लिए ले रखे हैं। इस चौपाटी में ऐसे 60 स्टॉल बनाए गए हैं,जिनमें से अभी 5 से 6 ही खुले हें। ठेका एजेंसी ने स्टॉलाें का लगभग 40 लाख रुपए स्मार्ट सिटी में जमा किया है। चौपाटी संचालन का ठेका तीन साल के लिए है।

शहर में के मुख्य जीई रोड पर एजुकेशन हब के बीच चौपाटी बनाने को लेकर जो विरोध शुरू हुआ था, वह थम गया है। इसके साथ ही रायपुर स्मार्ट सिटी कंपनी ने तीन बार के टेंडर के बाद चौपाटी संचालन का एजेंसी तय कर पाई। एजेंसी तय होने के डेढ़ माह के अंदर ही सभी स्टॉल आर्थिक रूप से समक्ष लोग ही हजारों रुपए किराए के हिसाब से एग्रीमेंट एजेंसी से कराने में खासा रुचि दिखाया।

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निगम को हर साल 28 लाख रु. मिलेगा

अफसरों के अनुसार शहर के हरिकृपा होटल ग्रुप को चौपाटी संचालन का ठेका तीन साल के मेंटेनेंस के शर्त पर दिया गया है। इससे हर साल निगम को करीब 28 लाख रुपए का राजस्व मिलेगा। इस चौपाटी को बनाने में करीब 17 करोड़ रुपए खर्च किया गया है। शर्तों के अनुसार चौपाटी संचालन एजेंसी स्टॉलों को किराए पर अपने रेट के अनुसार देने के लिए स्वतंत्र है। इस मामले में स्मार्ट सिटी कंपनी का कोई हस्तक्षेप नहीं रहेगा।

अंधेरी में डूबी चौपाटी के स्टॉल खोलने की मजबूरी

चौपाटी शाम के समय बुधवार को अंधेरे में डूबी नजर आई। स्ट्रीट लाइटें तो एक छोर से दूसरे छोर तक लगाई गई हैं। लेकिन जिन लोगों ने स्टॉल किराए पर लेकर खोल रहे हैं, उन्हें अंधेरे में ही कारोबार करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। क्योंकि परिसर अंधेरे में और स्टॉलों की ही लाइट जलती हुई दिखी।

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ठेले-खोमचे वाले दरकिनार

साइंस कॉलेज मैदानी की महंगी चौपाटी में सड़कों के किनारे ठेले-खोमचे लगाकर छोटे-छोटे रोजगार करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। रायपुर स्मार्ट सिटी कंपनी का संचालक मंडल में शामिल विधायक और सांसद ने भी इस मामले में चुप्पी ही साधे रहे। नतीजा, टेंडर के माध्यम से जिस होटल ग्रुप ने चौपाटी के सभी 60 स्टॉलों को एक साथ ले लिया, वह अपने हिसाब से किराया तय किया है। उसी के अनुरूप किसी ने 20 हजार तो किसी ने 25 हजार महीना देकर एक-एक स्टॉल बुक कराया है। जाहिर सी बात है कि ठेले-खोमचे लगाने वालों के लिए इतना किराया हर महीना देना संभव नहीं है। इसलिए वे पूरी तरह से वंचित हो चुके हैं।

साइंस कॉलेज यूथ हब में कुल 60 खानपान के स्टॉलों का टेंडर एकसाथ तय किया गया है। तीन साल के चौपाटी संचालन का ठेका हरिकृपा होटल ग्रुप को मिला है। शर्तों के अनुसार वह अपने हिसाब से स्टॉलों को किराए पर देने के लिए स्वतंत्र हैं। - पंकज पंचायती, महाप्रबंधक तकनीकी शाखा, स्मार्ट सिटी कंपनी

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