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New Technology: 24 डिग्री पर एसी चलाने से बच सकती है 6 प्रतिशत तक बिजली, एयर कंडीशन में आने वाली है नई तकनीक

New Technology: हर साल लगभग 70 हजार एसी की ब्रिक्री होती है। बिजली मंत्रालय के अनुसार जल्द ही देश में 20 डिग्री से कम और 28 डिग्री से ज्यादा तापमान पर एसी नहीं चलेगा।

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New Technology: 24 डिग्री पर एसी चलाने से बच सकती है 6 प्रतिशत तक बिजली, आने वाली है नई तकनीक

24 डिग्री पर एसी चलाने से बच सकती है 6 प्रतिशत तक बिजली (Photo Patrika)

New Technology: अगर आप एसी का तापमान 16 या 18 डिग्री पर सेट करते हैं, तो जल्द ही ये आदत बदलनी पड़ेगी। केंद्र सरकार एक ऐसा नियम लाने जा रही है, जिससे भारत में बिकने वाले नए एयर कंडीशनर (एसी) 20 डिग्री से कम और 28 डिग्री से ज्यादा पर सेट ही नहीं हो पाएंगे। इसका मकसद बिजली की भारी बचत करना है। गर्मी से राहत पाने के लिए एसी तो जरूरी हो गया है, लेकिन बिजली की खपत भी इसी के साथ बढ़ती जा रही है। केंद्र सरकार अब एक ऐसा सख्त नियम लाने जा रही है, जिससे एसी को एक सीमित तापमान रेंज में ही इस्तेमाल किया जा सकेगा।

राजधानी में हर साल लगभग 70 हजार एसी की ब्रिक्री होती है। बिजली मंत्रालय के अनुसार जल्द ही देश में 20 डिग्री से कम और 28 डिग्री से ज्यादा तापमान पर एसी नहीं चलेगा। इस प्रस्ताव को ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) अमल में लाएगा। इसके तहत नए एसी इस लिमिट के साथ ही मार्केट में आएंगे। सरकार का तर्क है कि तापमान जितना कम सेट किया जाता है, एसी उतनी ही ज्यादा बिजली खपत करता है। हर 1 डिग्री कम करने पर करीब 6 फीसदी ज्यादा बिजली खर्च होती है। इसलिए 24 से 26 डिग्री के आसपास एसी चलाने से भी गर्मी में राहत मिलती है और बिजली की बचत होती है।

पुराने एसी का क्या ?

इस नियम का सीधा असर नए एसी पर होगा। पुराने एसी अभी पहले की तरह काम करेंगे, लेकिन भविष्य में हो सकता है कि इन्हें भी सॉटवेयर अपडेट या खास रिमोट के जरिए सीमित किया जाए।

दुनिया क्या कर रही है?

जापान में 28 डिग्री सेल्सियस तापमान पर एसी रखने का अभियान कूल बिज चलाया जाता है

कैलिफोर्निया, हॉन्गकांग और लंदन में भी ऐसी ही सीमाएं तय की गई हैं

24 डिग्री पर एसी चलाना आदर्श

सालों से लोग एसी 18 या 20 डिग्री पर चलाते आ रहे हैं। लेकिन तापमान जितना ज्यादा सेट करेंगे (जैसे 25-26 डिग्री), उतनी ही कम बिजली लगेगी। सरकार पहले भी मिशन 24 डिग्री जैसी पहल चला चुकी है, जिसमें 24 डिग्री पर एसी चलाने को आदर्श माना गया। सरकार ने अभी गजट नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है, लेकिन एसी निर्माता कंपनियों से इस दिशा में बात शुरू हो चुकी है। अगले कुछ महीनों में नियम लागू किए जा सकते हैं।

1 डिग्री सेल्सियस बढ़ाने पर 1 प्रतिशत बिजली की खपत

एसी का सेट तापमान हर 1 डिग्री सेल्सियस बढ़ाने पर बिजली की खपत में लगभग 1त्न की बचत होती है। उदाहरण के तौर पर, यदि एसी का तापमान 18 डिग्री से बढ़ाकर 24 डिग्री कर दिया जाए, तो करीब 6त्न तक बिजली की खपत कम की जा सकती है। हालांकि, यह बचत वातावरण की नमी और बाहरी तापमान पर भी निर्भर करती है। बिजली बचत का एक और तरीका है। एसी के आउटडोर यूनिट को छायादार और हवादार स्थान पर रखना। इसे सीधे धूप से बचाना जरूरी है, जिससे उसकी कूलिंग एफिशिएंसी बेहतर बनी रहे। अगर इन बातों का ध्यान रखा जाए तो बिना किसी असुविधा के, हम आरामदायक तापमान भी पा सकते हैं और बिजली की अच्छी खासी बचत भी कर सकते हैं।

कमलेश दिल्लीवार, निदेशक (इंजीनियरिंग), विद्युत नियामक आयोग