गौरतलब है कि मैनपाट में उल्टी-दस्त से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां के पैगा, असगवां सहित अन्य ग्रामों के बाद नर्मदापुर डायरिया की चपेट में है। लगातार हो रही मौत ने शासन को भी झकझोर दिया। मैनपाट में आखिर क्यों डायरिया पीडि़तों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, इसका कारण जानने हेल्थ सेके्रटरी सुब्रत साहू व हेल्थ डायरेक्टर आर. प्रसन्ना मैनपाट पहुंचे। स्टेट प्लेन से दरिमा हवाई पट्टी उतरने के बाद वे सडक़ मार्ग से सबसे पहले नर्मदापुर स्थित सुमंत्री के घर पहुंचे। यहां दोनों अधिकारियों ने पीडि़त परिवार से चर्चा की। इसमें यह बात सामने आई कि उल्टी-दस्त होने पर इलाज के लिए सुमंत्री बाई को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। वह 24 घंटे बाद ही अस्पताल से घर आ गई थी, इस कारण उसकी मौत हो गई। इस दौरान अधिकारियों ने पीडि़त परिवार के रहन-सहन का भी निरीक्षण किया।