जानकारी के मुताबिक मामला राजधानी के अनुपम नगर इलाके का है, यहां के रहने वाले होरीलाल की एक साल की बेटी रिया अपने पांच साल के भाई के साथ शनिवार सुबह घर के बाहर खेल रही थी। तभी वहां आवारा कुत्तों ने उसे घेर लिया और उसे नोचना शुरू कर दिया। तभी मौके पर पहुंचे लोगों ने बमुश्किल आवारा कुत्तों के झुंड से मासूम को बाहर निकाला, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
कुत्तों ने इतने बुरी तरह से रिया को जख्मी कर दिया था, जिससे उसने मौके पर ही दम तोड़। मौके पर पहुंची पुलिस ने मासूम रिया के शव को पोस्टमार्टम के लिए अम्बेडकर अस्पताल भेज दिया है। बतादें कि बच्ची के माता-पिता होरीलाल और गंगा साहू मजदूर हैं जो ग्राम सरसीवां से राजधानी मजदूरी करने आए हैं।
बतादें कि इससे पहले भी राजधानी में आवारा कुत्ते मासूम बच्चों को अपना शिकार बना चुके हैं। लेकिन बार-बार एेसी घटनाओं के बाद निगम के अफसरों की नींद नहीं खुल रही है। दरअसल, आवारा पशुओं को पकड़कर उन्हें आवासीय क्षेत्रों से बाहर ले जाने की जिम्मेदार नगर निगम की होती है।
पूर्व कांग्रेस विधायक ने सीएम, महापौर पर उठाए सवाल
आवारा कुत्तों के हमले में मासूम रिधि की मौत को लेकर पूर्व कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह जुनेजा ने सरकार और रायपुर नगर निगम को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा सरकार और नगर निगम बड़े-बड़े योजनाओं पर लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन आम समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। शहर में सबसे बड़ी आवारा कुत्तों की है, जिस पर नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।