
रायपुर. सिगरेट, बीड़ी या तंबाकू से बनी चीजों का सेवन करना अब शिक्षकों और विद्यार्थियों पर भारी पड़ने वाला है। स्कूलों को तंबाकू फ्री करने स्वास्थ्य विभाग ने ‘टोबैको मॉनीटरिंग ऐप’’ तैयार किया है। इस ऐप के माध्यम से सीधे स्वास्थ्य विभाग और स्कूल प्रबंधन निगरानी कर सकते हैं। इसके लिए स्कूल-कॉलेजों में सीसीटीवी की तरह इंडिकेटर लगाए जाएंगे, जिससे ऐप के माध्यम से मॉनीटरिंग की जाएगी।
अगर कोई विद्यार्थी, शिक्षक या वहां का कर्मचारी तंबाकू खाता है तो यह इंडिकेटर प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर देगा। नियम का उल्लंघन करते पाए जाने वालों पर ई-चालान भी काटा जाएगा। यह नियम स्कूली बसों के ड्राइवर व खलासी पर भी लागू होगा। उल्लेखनीय है कि सभी सरकारी व निजी शैक्षणिक संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों के 100 गज के दायरे के भीतर आने वाले क्षेत्र में सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पादों की बिक्री पहले से ही प्रतिबंधित है। अब इस नई पहल से तंबाकू उत्पाद को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रदेश में सबसे ज्यादा बच्चे करते हैं तंबाकू का सेवन: छत्तीसगढ़ में तंबाकू की लत से बच्चे भी नहीं बच पा रहे हैं। ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे के अनुसार छत्तीसगढ़ में 39.1 प्रतिशत लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। यह देश की औसतन 28.4 प्रतिशत से अधिक है। इसमें 7 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जिन्होंने 15 वर्ष की उम्र से पहले ही तंबाकू का सेवन शुरू कर दिया था। 29 प्रतिशत ने 15-17 वर्ष की उम्र से और 35.4 प्रतिशत ने 18-19 वर्ष में तंबाकू सेवन शुरू किया है। छत्तीसगढ़ में 14 साल से कम आयु वर्ग में तंबाकू, सिगरेट का सेवन भारत में सर्वाधिक है।
जनवरी के पहले हफ्ते में मुख्यमंत्री करेंगे लॉन्च
स्वयंसेवी संस्था द यूनियन एवं पहल फाउंडेशन द्वारा तैयार किए गए ‘टोबैको मॉनिटरिंग ऐप’’ को जनवरी के पहले हफ्ते में लॉन्च करने की तैयारी चल रही है। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. भूपेश बघेल के हाथों होना है। 13 एमबी का यह ऐप प्ले-स्टोर में भी आ चुका है। शैक्षणिक संस्थानों, शहर एवं विभागों को तंबाकू-धूम्रपान मुक्त बनाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। कोटपा अधिनियम की धाराओं की सतत निगरानी करने और इन धाराओं के उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई के लिए प्रवर्तन दल का जिलेवार गठन भी किया गया है।
तम्बाकू खाने वालों पर ऐप के माध्यम से निगरानी करने की तैयारी है। इसके लिए शैक्षणिक संस्थानाओं में जगह-जगह इंडिकेटर लगाए जाएंगे। इसके साथ ही संस्था के कर्मचारी भी इसकी मॉनीटरिंग ऐप से ही करेंगे। अपने परिसर को तंबाकू फ्री करने पर संबंधित संस्था को तंबाकू फ्री संस्थान का प्रमाण भी दिया जाएगा।
डॉ. कमलेश जैन, राज्य नोडल अधिकारी, तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम
Published on:
31 Dec 2022 04:59 pm
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