
हेलमेट (फोटो सोर्स- freepik)
Traffic Challan: दुर्ग जिले की पुलिस को अब हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। ड्यूटी स्थल या दफ्तर जा रहे हैं तो हेलमेट लगाकर ही आना है। बाइक सवार पुलिस कर्मी ड्यूटी पर बिना हेलमेट के पहुंचता है तो उसके खिलाफ चालानी कार्रवाई होगी। साथ ही अनुशासनहीनता के दायरे में विभागीय कार्रवाई भी होगी। यह आदेश दुर्घटना रोकने के लिए पुलिस की ठोस पहल है। क्योंकि पुलिसवाले हेमलेट पहनेंगे तो जनता के बीच संदेश अच्छा जाएगा।
पुलिस ने बताया कि पिछले 6 माह हुई 130 सड़क दुर्घटना में सिर पर चोट लगने से 132 लोगों की मौत हुई है। दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने हादसे को रोकने और आम लोगों में पुलिस की छवि सुधारने के लिए कवायद शुरू की है। दुर्ग जिले में करीब 2064 पुलिस बल है। इनमें कई पुलिस कर्मी बिना हेलमेट पहने वाहन चलाते हैं। विगत कुछ माह पूर्व बगैर हेलमेट पहने वाहन चलाने पर कई पुलिस कर्मी घायल हो गए। इससे सबक लेते हुए अब पुलिसकर्मियों के लिए हेमलेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि थाना हो या दफ्तर ड्यूटी के दौरान सभी प्रकार के दोपहिया वाहन चलाने वालों को हेमलेट पहनना होगा। बिना हेलमेट पकड़े गए तो उनके खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 129/194 (डी), 210 (बी) के तहत प्रकरण दर्ज कर चालानी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आदेश का उल्लंघन करने पर अनुशासहीनता के दायरे में आएगा। इस पर विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।
केस-1. दुर्ग आईजी कार्यालय में पदस्थ उपेन्द्र तिवारी बाइक से स्मृति नगर जा रहे थे। हेलमेट नहीं पहने थे। बिजली पोल से टकरा गए और सिर में गंभीर चोट आई। जिससे उसकी मौत हो गई।
केस-2. ट्रैफिक एएसआई सुशील पांडेय कुम्हारी क्षेत्र में ड्यूटी कर रहे थे। ड्यूटी के दौरान वाहन चालक के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए। हेलमेट पहने होते तो बचने की संभावना रहती।
Updated on:
24 Aug 2025 10:36 am
Published on:
24 Aug 2025 10:35 am
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