
रायपुर। विधानसभा थानाक्षेत्र के ग्रामीणों ने सीएम हाउस के बाहर प्रदर्शन करने की कोशिश की। ग्रामीणों के हाथ में केरोसिन की बोतल देखकर सुरक्षाकर्मियों ने रोका तो ग्रामीण उनसे बहस करने लगे।
सुरक्षाकर्मियों ने सिविल लाइन पुलिस को सूचना दी, तो घटनास्थल पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को थाने में बिठाया। भविष्य में दोबारा प्रदर्शन ना करने की बात कहते हुए ग्रामीणों ने माफी मांगी, तो बिना कार्रवाई उन्हें छोड़ दिया गया।
यह है पूरा मामला
4 महीने पहले मांढर गांव के आशीष डहरिया की मौत हो गई थी। आशीष के परिजनों ने उसकी हत्या होने की बात कही थी, लेकिन पुलिस जांच में वो खुदकुशी निकली। मामले में खुदकुशी का केस दर्ज होने पर परिजनों ने पुलिसकर्मियों और डॉक्टरों पर आरोप लगाया और सीएम भूपेश बघेल से मिलकर दोबारा जांच कराने की बात करने पहुंचे थे।
सीएम से मुलाकात ना होने पर प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और केरोसिन की बोतल हाथ में पकड़ ली, तो उन्हें पुलिस की सख्ती का सामना करना पड़ा। वरिष्ठ अधिकारियों की समझाइश पर प्रदर्शनकारियों ने अपनी गलती मांगी, तो पुलिस अधिकारियों ने बिना कार्रवाई के उन्हें छोड़ दिया।
Published on:
11 Nov 2020 12:47 am
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