
Heat Wave Alert: ताबीर हुसैन. सूरज की तपिश इन दिनों कहर बरपा रही है। तापमान 44 डिग्री के आसपास पहुंच चुका है और लू चलने के कारण शहरवासी बेहाल हैं। सड़कों पर सन्नाटा है, दोपहर के वक्त दुकानें तक जल्दी बंद हो रही हैं। अस्पतालों में हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के केस बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोग आधुनिक उपायों की जगह फिर से देसी नुस्खों की ओर लौट रहे हैं।
चाहे वह पना हो, प्याज जेब में रखना हो या बेल शरबत पीना। डॉक्टर्स और आयुर्वेदाचार्य भी इन्हें कारगर मान रहे हैं। गर्मी से लड़ाई लड़ने के लिए देसी जुगाड़ सबसे आसान और कारगर हैं। डॉक्टर की सलाह और पारंपरिक उपायों को मिलाकर गर्मी की मार को मात दी जा सकती है।
डॉक्टरों के मुताबिक 11 से 4 बजे तक घर में ही रहना बेहतर है। अगर बाहर जाना ही पड़े तो सिर ढंक कर जाएं और सनग्लास जरूर पहनें। आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि प्याज की महक शरीर के तापमान को संतुलित करती है। जेब में कच्चा प्याज रखने से लू का असर कम होता है।
पारंपरिक नुस्खों की बात करें तो आम का पना, बेल का शरबत और मटके का पानी शरीर को अंदर से ठंडक पहुंचाते हैं। दिन में 2-3 बार नींबू पानी भी फायदेमंद है।
गर्मी के कारण आंखों में जलन, चक्कर आना या कमजोरी महसूस हो तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ये डिहाइड्रेशन का संकेत हो सकता है।
डाइटिशियन लक्ष्मी पांडे कहती हैं, इस मौसम में भारी और तला-भुना खाना बचें। दही, छाछ, तरबूज, खीरा जैसे फलों और सब्जियों को ज्यादा से ज्यादा खाएं। भीषण गर्मी को देखते हुए सरकार ने राजधानी के स्कूलों में छुट्टी का फैसला लिया है, ताकि लू से उनका बचाव हो सके।
Updated on:
27 Apr 2025 02:14 pm
Published on:
26 Apr 2025 12:48 pm
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