
दिन भर गूंजे बम-बम भोले के जयकारे
बेगमगंज. नगर में हर वर्ष की तर इस बार भी श्री सिद्ध शिवालय मंदिर में भगवान शिव के जलाभिषेक किया गया। जिसके लिए सोमवार को सैकड़ों शिवभक्त कांवड़ यात्रा में नर्मदा जल लेकर बम-बम भोले का जयघोष करते हुए निकले तो समूचा गगन मंडल शिवमय हो गया। वहीं डीजे पर बज रहे धार्मिक भजनों से वातावरण धार्मिक बना रहा। शहर के श्रद्धालु महिला, पुरुषों ने अपने-अपने घरों से निकलकर कांवडिय़ों का स्वागत किया। श्रावण मास प्रारंभ होते ही भगवान सदाशिव को मनाने के लिए हिन्दू धर्मावलंबी धर्मशास्त्रानुसार पूजन अर्जन करते है। श्रावण मास भगवान को अतिप्रिय कहलाता है, इस माह में शिवभक्त की हर मनोकानाएं पूर्ण होती हैं।
पैदल यात्रा कर लाए नर्मदा जल
कांवड़ यात्रा चौरास घाट से 23 जुलाई को सुबह छह बजे मां नर्मदा की पूजा-अर्चना कर प्रारंभ हुई। श्रद्धालु कांवड़ में जल भरकर पदयात्रा करते हुए बेगमगंज पहुंचे। कांवड़ यात्रा का स्वागत क्षेत्रीय विधायक रामपाल सिंह के क्रेशर पर हुआ। इसके बाद सिलवानी पहुंचे जहां पर भी उनका स्वागत किया और रात्रि विश्राम हुआ।
क्षेत्रीय विधायक हुए शामिल: रात्रि विश्राम के बाद सोमवार को तहसील के सैकड़ों कांवडिय़ों की नगर पहुंचने पर विधायक रामपाल सिंह राजपूत ने अगवानी कर उनके साथ यात्रा में शामिल हुए। कांवड़ यात्रा सागर भोपाल रोड पर दशहरा मैदान, सोसायटी मार्केट, नया बस स्टैंड, पुराना बस स्टैंड से होकर गांधी बाजार स्थित श्री सिद्ध शिवालय मंदिर पहुंची। कांवड़ यात्रा के लिए सुरेश ताम्रकार, कमल साहू, गुलाब रजक, अजय सिंह जाट, राकेश सोनी का विशेष सहयोग रहा।
मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़
सांची. भगवान भोलेनाथ को मनाने एवं मनोकामना पूर्ति के लिए श्रावण मास अति उत्तम माना जाता है। इस माह में श्रद्धालु भगवान भोले की पूजन एवं आराधना करते हैं। सावन माह के दूसरे सोमवार को सुबह से लेकर दोपहर तक नगर के शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी कतार लगी रही। स्थानीय चौराहे पर भगवान शंकर के मंदिर में प्रति सोमवार को भजन कीर्तन का आयोजन किया जा रहा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे। इसी तरह डॉ. हेडगेवार नगर के शिव मंदिर में भक्तजनों ने सुबह सात बजे से पूजा-अर्चना प्रारंभ कर दी, जो देर रात तक जारी रहती है।
छोटी पचमढ़ी के शिव दरबार में पूजन करने पहुंचे श्रद्धालु
सलामतपुर. हलाली डैम के समीप घने जंगल में छोटी पचमढ़ी स्थित प्राचीन शिव मंदिर चारों तरफ पहाड़ी से घिरा और नदी के पास हरियाली के बीचों-बीच स्थित है। यहां पर सावन के दूसरे सोमवार को सुबह से ही भक्तों की बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं भीड़ लगी रही। यहां दिन भर नदी पार कर श्रद्धालु जलाभिषेक और रुद्राभिषेक के करने पहुंचे। भक्तों ने भगवान शिव को बेलपत्र, दूध चढ़ाकर सुख-समृद्धि की कामना की। गौरतलब है कि छोटी पचमढ़ी स्थित शिव मंदिर बहुत ही प्राचीन है। ऐसे सुंदर वातावरण में मंदिर होने की वजह से यहां श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंचते हैं। नदी, पहाड़ी और हरियाली के बीच स्थापित इस मंदिर में श्रद्धा-भक्ति और आस्था का अनूठा दृश्य देखने को मिलता है।
Published on:
26 Jul 2022 12:13 am
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