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MP News: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में एक युवक को दलित के घर भोजन करना भारी पड़ गया। स्थिति ये रही कि पंचायत ने न केवल उसका हुक्का पानी बंद किया, बल्कि शुद्धिकरण को लेकर एक अजीब-ओ-गरीब फरमान तक जारी कर दिया। डिजिटल होते इंडिया में सामने आए इस मामले ने मध्य प्रदेश को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है, वहीं छूआछूत को लेकर पंचायत का फरमान सोशल मीडिया पर चर्चा बन गया है।
चौंकाने वाला यह फरमान स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के निर्वाचन क्षेत्र उदयपुरा की पंचायत से जारी किया गया है।
ग्राम पंचायत पिपलिया पुआरिया निवासी भरत राज धाकड़ का अपराध सिर्फ इतना था कि उसने एक दलित परिवार के घर खाना कर लिया। फिर क्या था दलित के घर भोजन करने का वीडियो वायरल हो गया। पंचायत को खबर लगी और युवक का सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया।
'शुद्धिकरण' के लिए युवक को पंचायत ने अनोखा फरमान सुनाया। पूरे गांव को भोज कराने का फरमान सुनाया रिपोर्ट के मुताबिक पंचायत ने दलित के घर भोजन करने के लिए भरत राज धाकड़ परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया। 'शुद्धिकरण' के लिए गंगाजल पूजा और पूरे गांव को भोज कराने का फरमान सुनाया है।
मामले में दिलचस्प बात यह है कि क्षेत्रीय विधायक और मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कुछ दिनों पहले दलित परिवार के घर भोजन कर समरसता का संदेश दिया था। लेकिन युवक को इस समरसता को निभाना भारी पड़ गया।
पंचायत के अजीबोगरीब फरमान के खिलाफ पीड़ित जिला कलेक्टर ऑफिस पहुंचा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता भरत राज धाकड़ ने कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा से आपबीती सुनाई। कलेक्टर ने पंचायत के फैसलों पर एतराज जताते हुए कहा कि सामाजिक कुरीतियों को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले भी ऐसे ही मामलों को लेकर गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन समाज आज भी जातिवाद और छुआछूत की बेड़ियों से बाहर नहीं आ सकता।
Published on:
10 Dec 2025 01:16 pm
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