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आंखों की जांच कराना आसान, ऑटो फोकसिंग मशीन से होगी टेस्टिंग

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नेत्र रोगियों को सुविधा

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Eye test

सोहागपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नेत्र रोगियों को अब आंखों की जांच कराना आसान होगा। दरअसल अस्पताल में आंखों की जांच की नई मशीन आ गई है। अस्पताल में ऑटो रिफ्रेक्शन की एक नई मशीन है एवं इससे नेत्र रोगियों की जांच भी प्रारंभ हो चुकी है। बीएमओ डॉ. रेखा सिंह गौर ने बताया कि लगभग तीन लाख रुपए लागत की मशीन है। नेत्र सहायक डॉ. एके शाक्य के अनुसार मशीन काफी सटीक परिणाम रोगियों के नेत्रों की जांच में दे रही है। उन्होंने बताया कि सामान्य व्यवस्था के तहत ही मशीन संचालित हो रही है, इसके लिए अलग से किसी पक्ष अथवा बिजली बोर्ड की आवश्यकता नहीं हो रही है। नेत्र सहायक के निर्धारित छोटे कक्ष में आसानी से मशीन को रखकर इंस्टॉल करते हुए इससे मरीजों की जांच शुरू हो गई है। इसका लाभ मिल रहा है

पता चल जाता है किस नंबर के लैंस का चश्मा लगेगा

नेत्र सहायक डॉ. शाक्य ने बताया कि नई मशीन ऑटो फोकसिंग सिस्टम से लैस है। जिसमें मरीज को इसके सामने बिठाकर नेत्रों की जांच की जाती है। रेटिना में होने वाले संकुचन को यह मशीन ऑटोमेटिक फोकसिंग सिस्टम से पढ़ लेती है एवं आसानी से निर्धारित हो जाता है कि किस नंबर के लेंस का चश्मा रोगी को लगेगा। रेटिनल इंफेक्शन की स्थिति में भी यह मशीन जांच के सटीक परिणाम देती है। आधुनिक मशीन के अस्पताल में आने के बाद नेत्र रोगियों की जांच तेज हो गई है।

पहले एक-एक रोगी की जांच में अधिक समय लगता था। जबकि मशीन आने के बाद अल्प समय में ही रोगी के नेत्र रोग की त्रुटि तत्काल नेत्र सहायक को समझ में आ जाती है एवं चश्मे के नंबर का निर्धारण भी तीव्रता से मशीन के माध्यम से ही हो जाता है।