रायसेन. शुक्रवार को जिले में आंधी के साथ बारिश और फिर जमकर ओलावृष्टि से सैकड़ों गांवों में खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान हुआ है। बीते सप्ताह हुई बारिश और आंधी के बाद हिम्मत कर खड़ी हो रही फसलों को ओलों की मार से फिर आड़ा कर दिया, वहीं कटी रखी फसलों को भी खासा नुकसान हुआ है।
दोपहर तीन बजे से मौसम में अचानक बदलाव आया, आसमान में काले बादल छाए और तेज हवा चलना शुरू हुई, बादलों की गर्जना के साथ कुछ ही देर में तेज बारिश शुरू हो गई। रायसेन में लगभग आधा घंटे मूसलाधार बारिश हुई और फिर धूप निकल गई। लेकन इसी दौरान बेगमगंज, सिलवानी, बाड़ी क्षेत्र में बारिश के साथ जमकर ओले बरसे। कुछ जगह तो बेर के आकार के ओले गिरे। खेतों और सडक़ों पर ओलों की चादर जैसी बिछ गई। जिसे देख किसानों के आंसू निकल पड़े। जिले में मंडीदीप, गोहरगंज क्षेत्र में भी दोपहर में जमकर ओलावृष्टि हुई।
बेगमगंज के ग्रामीण अंचल में शुक्रवार के दोपहर से तेज आंधी के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों की सैकड़ों एकड़ में गेहूं, चना और सरसों की फसलों को नुकसान होने का अनुमान है।
तहसील के ग्राम ढिलवार, पापड़ा, राजाधार पड़रिया, सकरदा, टेकापार, बिचोली पिपलिया, सिहोरा जागीर, गुलवाड़ा, चेनपुरा, बेलवा पड़रिया, पापड़ा सीताराम, पुणेरी, टेकापार खुर्द, गोपई, नई गाढिय़ा, पंदरभटा, पिपलिया देवलापुर, खजुरिया, उमरहारी सहित अन्य कई गांवों में फसलों को काफी नुकसान हुआ है। किसानों ने बताया कि तेज आंधी और बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई जिसमें फसलें बर्बाद हो गईं।
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टमाटर की फसल पर ओलों की मार
बाड़ी. शुक्रवार को क्षेत्र में आंधी के साथ बारिश और ओलावृष्टि से टमाटर की फसलों
को खासा नुकसान हुआ है। ग्राम किवलाझिर क्षेत्र में खेतों में लगी टमाटर की फसल पर ओलों की मार पड़ी ह। खेतों में पानी भर गया है। जड़ों तक ओलों की परत जमने से फसल को नुकसान होगा, साथ ही फलों पर ओलों की मार से छाले पड़ गए हैं, जिससे अब यह फसल पकने से पहले खराब होने की आशंका है। किसान अनिल जाट ने बताया कि एक दिन पहले ही गुरुवार को तीन सौ कैरेट उपज निकाली थी, शुक्रवार को बाकी उपज बर्बाद हो गई।