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पिता बेचते है पानी पुरी, बेटी में नेट पास कर देश में हासिल की 167 वीं रैंक

ऑल इंडिया स्तर पर किया नाम रोशन।

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net  secures 167th rank

रायसेन। पानी पुरी (फुलकी) बेचकर अपने परिवार की गुजर-बसर करने वाले एक गरीब व्यक्ति माधो सिंह कुशवाहा की बेटी ने पिता और परिवार सहित नगर का नाम रोशन किया है। माधो सिंह की बेटी शिवानी ने ऑल इंडिया स्तर की गणित विषय की सीएसआईआर नेट जेआरएफ परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर 167 वीं रैंक प्राप्त की है। शिवानी कुशवाहा ने 2013 में कक्षा बारहवीं की परीक्षा में जिले में टॉप टेन सूची में तीसरा स्थान प्राप्त किया था।

रिजल्ट घोषित हुआ
छात्रा के पिता अत्यंत गरीब होने के बावजूद भी अपनी होनहार पुत्री को पढ़ाने के लिए रात, दिन मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने बेटी की तैयारी के लिए दिल्ली के डीपीएस एकेडमी में प्रवेश दिलाकर कोचिंग कराई। 15 दिसंबर 2019 को परीक्षा संपन्न हुई थी, जिसका हाल ही में रिजल्ट घोषित हुआ है।

दो भाईयों की इकलौती बहन
शिवानी ने बताया कि उसे कविताएं लिखने का शौक है। वो सोशल वर्क करना चाहती है और बहुत ऊंचे पद पर पहुंचकर अपने परिवार के नाम रोशन करने के साथ उनकी गरीबी भी दूर करना चाहती है। शिवानी दो भाईयों की इकलौती बहन है।

फुल्की बेचकर बच्चों को पढ़ा रहे
पिता माधो सिंह कुशवाह का कहना है कि वो सुबह से रात तक फुल्की बेचकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। उनकी पढ़ाई में कोई कमी नहीं होने देंगे। उनका बड़ा बेटा इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर भोपाल में एक निजी कंपनी में नौकरी करता है, जबकि शिवानी से छोटा भाई मिडिल स्कूल की पढ़ाई कर रहा है।


कड़ी मेहनत की
शिवानी ने बताया कि पिता और मां के सपनो को पूरा करने के लिए उसने दिन-रात मेहनत की है। रात में लगभग पांच घंटे और दिन में आठ से दस घंटे की पढ़ाई कर यह सफलता हसिल की है। शिवानी अब पीएचडी करना चाहती है।


बहुत खुश हैं पिता
अपनी बेटी की सफलता पर पिता माधो सिंह बहुत खुश हैं। उनका कहना है कि बेटी ने बहुत मेहनत की है। वह शुरू से ही होशियार है। अब वो कॉलेज में पढ़ाएगी, इसकी बहुत खुशी है।