
मध्यप्रदेश की राजगढ़ लोकसभा सीट से प्रत्याशी दिग्विजय सिंह को बड़ा झटका लगा है। इसकी वजह है उनके बैलेट पेपर से चुनाव कराना। उन्होंने दावा किया था कि राजगढ़ से 384 प्रत्याशी मैदान में उतारकर ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाएंगे। जैसे ही उन्होंने इसका दावा किया था। वैसे ही राजनीतिक गलियारों में सियासी चर्चाएं उबाल मारने लगी थी। लेकिन नामांकन के अंतिम दिन सिर्फ 19 नामांकन फार्म ही जमा किए गए।
राजगढ़ लोकसभा में 33 बाद वापसी कर रहे दिग्विजय सिंह ने ईवीएम पर कई गंभीर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि 384 प्रत्याशी उतारकर ईवीएम की जगह बैलेट से चुनाव कराएंगे। मीडिया से बातचीत के दौरान उनका कहना था कि मेरा विचार 384 प्रत्याशी नामांकन जमा करें और बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाएं, लेकिन जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि 384 क्या उससे ज्यादा प्रत्याशी भी मैदान में होंगे तो भी चुनाव ईवीएम से ही संपन्न कराए जाएंगे। इसलिए मन बदलकर ईवीएम से चुनाव लड़ने का फैसला किया।
दिग्विजय सिंह ने 384 प्रत्याशियों के नामांकन फार्म जमा कराने की फिराक में थे। लेकिन शुक्रवार को आखिरी दिन केवल 19 नामांकन फार्म ही दाखिल हो पाए। ऐसे में उनकी 384 प्रत्याशी उतारने वाली रणनीति होती नजर आई। बता दें कि, राजगढ़ में 7 मई को यानी तीसरे चरण का मतदान होगा। कांग्रेस की तरफ दिग्विजय सिंह और बीजेपी की तरफ से रोडमल नागर मैदान में हैं।
Updated on:
25 Apr 2024 11:30 am
Published on:
19 Apr 2024 08:07 pm
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