13 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कांग्रेस के ‘दिग्गज नेता’ ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ता को पीटा, युवक कांग्रेस अध्यक्ष का चश्मा भी गिरा

MP News: मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह एक कार्यकर्ता को थप्पड़ मारते नजर आ रहे हैं।

2 min read
Google source verification

MP News: मध्यप्रदेश के राजगढ़ में पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह ने अपने ही कार्यकर्ता को पीट दिया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। दरअसल, एक प्रदर्शन के बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट परिसर का घेराव करने पहुंचे थे।

बता दें कि, शुक्रवार को गोवंश की दुर्दशा और भाजपा सरकार पर लापरवाही के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने खिलचीपुर नाका स्थित सभा स्थल पर आयोजित कार्यक्रम आयोजित किया। इसके बाद बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता कलेक्ट्रेट परिसर का घेराव करने पहुंच गए।

पूर्व मंत्री ने जड़े थप्पड़

पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह के द्वारा एक कार्यकर्ता को बार-बार हटने के लिए कहा जा रहा था। जब कार्यकर्ता नहीं माना तो उन्होंने दो-तीन थप्पड़ जड़ दिए। इसी दौरान मौके पर मौजूद युवक कांग्रेस अध्यक्ष यश घनघोरिया का चश्मा भी गिर गया।

इधर, युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अमन अरोरा को उछाल दिया। उन्हें बैरिकेड के दूसरी ओर धकेलने की कोशिश की। हालांकि वे अपने ही ओर नीचे गिर पड़े। जिन्हें कार्यकर्ताओं ने संभाला।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए प्रशासन ने कलेक्ट्रेट परिसर से पहले लगे गेट के बाहर भारी बल तैनात किया था। बाद में एडीएम प्रताप सिंह चौहान मौके पर पहुंचे। जिन्हें कांग्रेस नेताओं ने ज्ञापन दिया।

प्रियव्रत सिंह ने संबोधन में कहा कि भाजपा धार्मिक दिखावा करती है, असली काम कांग्रेस करती है। गरीबों और आदिवासियों की जमीनों में भाजपा नेताओं का हित छिपा है, गोशालाओं का पैसा खाया जा रहा है। सरकार में निजी हितों के लिए जमीनों के आंवटन में मनमानी की जा रही है। आप कांग्रेस के 15 माह बनाम भाजपा के 20 सल देख लीजिए। निराश्रित गो-वंश के संरक्षण की स्थिति सबके सामने है। जिस दिन हमारी सरकार गिरी, गोशालाओं का निर्माण बंद हो गया, चारा बंद हो गया, अनुदान बंद हो गया। शिवराज सरकार ने तो गौशालाओं का अनुदान कम कर दिया था।