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76 हजार लोगों को नहीं मिलेगा राशन, 10 हजार की पेंशन होल्ड

MP News: सरकार ने जरूरतमंद 76 हजार हितग्राहियों का राशन बंद कर दिया और करीब 10 हजार की पेंशन भी होल्ड कर दी है।

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Ration distribution (Photo Source - Patrika)

Ration distribution (Photo Source - Patrika)

MP News: जिले में निकायों और पंचायत कर्मियों की लापरवाही का खामियाजा अब गरीब, बुजुर्ग, दिव्यांग और विधवा हितग्राही भुगत रहे हैं। दिव्यांग, वृद्धावस्था, विधवा और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की पेंशन पिछले 3 से 4 माह से नहीं आ रही है। वजह सिर्फ ई-केवायसी का पूरा न होना। क्योंकि इनमें से ज्यादातर के फिंगर या रेटिना नहीं मिल रहे, जिस वजह लोग स्वयं ई-केवायसी नहीं करा पा रहे हैं।

इसके लिए निकायों और जनपदों कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई गई, लेकिन र्मचारी पहुंचे ही नहीं। ऐसे में सरकार ने जरूरतमंद 76 हजार हितग्राहियों का राशन बंद कर दिया और करीब 10 हजार की पेंशन भी होल्ड कर दी है। दरअसल जिले में साल 2023 से ई-केवायसी कराने का काम चल रहा है। पूरे जिले में 16.57 लाख लोगों की ई-केवायसी की जानी थी। इनमें से अभी तक 15.33 लाख यानी 92.58 फीसदी लोगों की ही ई-केवायसी हो सकी है। 1.21 लाख लोगों की ई-केवायसी होना बाकी है।

कई पात्रों की पेंशन होल्ड

ई-केवायसी के काम के दौरान बड़ी संख्या में समग्र आईडी डिलीट की गई। क्योंकि इनकी ई-केवायसी नहीं थी। उक्त आईडी की संख्या 3.51 लाख थी। ऐसे में आईडी डिलीट होने के बाद कई पात्र हितग्राहियों को भी शासन की योजनाओं का लाभ मिलना बंद हो गया। जिले में विभिन्न योजनाओं के तहत करीब 1.5 लाख पेंशन लेने वाले हितग्राहियों की संख्या है।

इन सभी के लिए ई-केवायसी अनिवार्य है। ऐसे में इनमें भी सभी की केवायसी नहीं हुई है। उक्त सभी हितग्राहियों की पेंशन भी सितंबर 2025 से शासन ने होल्ड कर दी है। अब जिनकी केवायसी हो रही है, उन्हीं की पेंशन शुरू की जा रही है। ऐसे में ये हितग्राही बार- बार संबंधित क्षेत्र के निकाय और जनपदों के चक्कर काट रहे है।

2 साल में डिलीट की 3.51 लाख समग्र आइडी

ई- गर्वनेंस जिला प्रबंधक के अनुसार, साल 2024 में राजगढ़ में 20 लाख 09 हजार 341 लोगों की समग्र आईडी थी। समग्र आईडी आधार से लिंक कराई हुई ई-केवायसी के दौरान पकड़ में आया कि, कई लोगों की दो-दो और तीन तीन समग्र आईडी अलग- अलग जगह की बनी हुई थी। ई-केवायसी के दौरान ऐसे 3 लाख 51 हजार 612 समग्र आईडी डिलीट करने की कार्रवाई की। समग्र आईडी सभी 14 निकायों के अलावा ब्यावरा, राजगढ़, नरसिंहगढ़, सारंगपुर, खिलचीपुर आदि जनपद क्षेत्र में भी डिलीट की गई।

विभाग का बहाना-मिल ही नहीं रहे

16 लाख 57 हजार 729 लोगों में से जिले में 2.50 लाख परिवारों के 12 लाख 74 हजार उपभोक्ताओं को खाद्यान्न भी मिलता है। इन राशन उपभोक्ताओं में से भी सिर्फ 11 लाख 98 हजार लोगों यानी 94 फीसदी ने ही ई- के वायसी कराई है। 76 हजार उपभोक्ताओं का राशन जिले में बंद कर दिया है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का दावा है कि, जिन 76 हजार लोगों का राशन बंद किया है, वे ई- वायसी के दौरान ढूंढने से नहीं मिल रहे थे।

खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अजीत कुमार सिंह का कहना है कि, जिले में डेढ साल से ज्यादा समय से केवाईसी की जा रही है, 94 प्रतिशत लोगों की केवायसी हुई है। 6 प्रतिशत लोग ई-केवायसी कराने ही नहीं आए हैं। खाद्य आपूर्ति अधिकारी का दावा है कि, कई बार इन लोगों को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन केवायसी न होने से राशन मिलना बंद हो गया। इधर, नाम कटने से हितग्राही दफ्तरों के चक्क़ लगाने को मजबूर हैं।

जिले में 14 लोग उपभोक्ताओं में से 11.98 लाख लोगों यानी 94 फीसदी की ई-केवायसी हुई है। ई-केवायसी के लिए इन्हें तलाश भी कराया लेकिन मिले नहीं रहे हैं, इसलिए इसका राशन बंद किया जा रहा है। - अजीत कुमार सिंह, जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी राजगढ़