
घटना स्थल पर हो रही थी लोगों की आवाजाही, कोई समझ नहीं पाया यह क्या हुआ,घटना स्थल पर हो रही थी लोगों की आवाजाही, कोई समझ नहीं पाया यह क्या हुआ,Rajgarh Roadside soil was not leveled
राजगढ़. लोगों की सुविधा की दृष्टि से आने वाले समय में घर-घर गैस पाइपलाइन पहुंचाने के उद्देश्य से गोरखपुरा से राजगढ़ और राजगढ़ से ब्यावरा तक अंडरग्राउंड गैस पाइपलाइन डाली जा रही है। पर ठेकेदार जिस तरह से गैस पाइप लाइन डाल रहा है, उससे लोगों को परेशानी हो रही है।
हालांकि जब यह शिकायत जनप्रतिनिधियों के माध्यम से एसडीएम तक पहुंची, तो उन्होंने ठेकेदार को बुलाकर इस पूरे मामले में समझाइश दी। जिस तरह से अभी निर्माण किया जा रहा है उससे शायद अधिकारियों के आदेश का इन पर कोई असर नहीं हुआ। तभी तो लाइन डालने के लिए जहां जहां खुदाई की है, वहां दोबारा से जगह को प्लेन नहीं किया। इसके चलते बीती रात एक पिकअप वाहन करेड़ी के पास पलट गया। हालांकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन जब से यह निर्माण चल रहा है तब से ऐसे कई हादसे देखने को मिल चुके।
भारत सरकार की ओर से यह गैस पाइपलाइन गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड विजयपुर यानी गेल द्वारा डाली जा रही है। यह लाइन गोरखपुर से राजगढ़ और राजगढ़ से ब्यावरा और ब्यावरा से सीधे भोपाल को जोड़ेगी। इस बीच जो भी शहर इस लाइन के बीच में आएंगे, वहां घर-घर तक गैस पाइपलाइन से पहुंचाई जाएगी। गोरखपुर से राजगढ़ तक पाइपलाइन थिंक गैस डिस्ट्रीब्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी डाल रही है। हालांकि इसके कोई भी बड़े अधिकारी इस निर्माण के दौरान मौजूद नहीं रहते। ऐसे में जो ठेकेदार हैं वह मनमानी पूर्वक इस काम को अंजाम दे रहे हैं।
मीटर से होगा गैस का माप 40त्न की बचत
घरों तक पहुंचाई जाने वाली गैस की खपत का आकलन करने के लिए मीटर लगाए जाएंगे। बिजली की तर्ज पर गैस की खपत को भी मीटरों से मापा जाएगा। जिस घर में जितनी गैस की खपत होगी, उनसे उतनी ही राशि की वसूली तय मापदंड के तहत की जाएगी। शुरुआती दौर में राजगढ़ में 1500 घरों में एवं ब्यावरा में करीब 2500 घरों में गैस कनेक्शन दिए जाएंगे। मांग के आधार पर इनकी संख्या कम ज्यादा भी हो सकती है। बताया गया है कि वर्तमान में सिलेंडरों के माध्यम से जितनी गैस की खपत घरों में हो रही है उसके मुकाबले 40 फ ीसदी गैस की बचत होगी।
राजगढ़-ब्यावरा में बनेंगे एमडीपीई
गोरखपुरा से सप्लाई होने वाली गैस शहरों में पहुंचने के बाद वहां से पूरे कंट्रोल व्यवस्था को देखते हुए राजगढ़ एवं ब्यावरा दोनों ही शहरों में एमडीपीई बनेंगे। दोनों ही स्थानों पर मेडियम इंसिटी पॉइथलिन केंद्र बनेगा। जहां से गैस सप्लाई करने को लेकर पूरा एक प्रकार से केंद्र रहेगा।
&जहां भी यह अधूरा काम छोड़ रहे हैं, वहां की कोई फ ोटोग्राफ्स, पर्टिकुलर कोई जगह हो तो उसकी जानकारी हमको दें। हमने ठेकेदार को बुलाकर समझाइश भी दी है। यदि फि र भी गड़बड़ी हो रहा है तो यह गलत है कार्रवाई की जाएगी।
श्रुति अग्रवाल, एसडीएम
Published on:
11 Feb 2020 11:38 pm
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