19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बलात्कारी जेल में, लोगों ने परिजनों के साथ पिटाई कर निकाला गांव से

नाबालिग से रेप का मामला ....

2 min read
Google source verification
news

मुंह से ठांय-ठांय की आवाज निकालने के बाद यूपी पुलिस का एक और कारनामा, थाने में बदल दी गैंगरेप पीड़िता की...

राजगढ़। ग्राम जूनापानी में रहने वाली एक 13 साल की बालिका के साथ गांव के ही जितेन्द्र भील ने रेप किया था। जिसके बाद उसने जिला चिकित्सालय में एक बच्चे को जन्म दिया। यहां दो अक्टूबर को इस मामले में बालिका के परिजनों ने जितेन्द्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।


पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया। लेकिन लडक़ी के परिजन उनकी इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं थे। ऐसे में परिजनों और कुछ गांव के लोगों ने जितेंन्द्र के घर पर हमला बोल दिया।

घर में रखा पूरा सामान लूट लिया। घर भी तोड़ दिया और जितेन्द्र के परिजनों के साथ मारपीट की। जिन्हें घायल अवस्था में राजगढ़ अस्पताल भर्ती किया गया है। घायलों में 70 साल की महिला के अलावा चार बच्चे और जितेन्द्र के माता-पिता शामिल है। सभी का इलाज जिला चिकितसालय में चल रहा था। जहां से उपचार के बाद छुट्टी दे दी।

इस घटना में चंपालाल, हिम्मतसिंह, भेरूसिंह सहित अन्य लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। वहीं पूरे परिवार को गांव से भगा दिया गया है। अब इनके पास न रहने का ठिकाना है और न कमाने का साधन।

इसके पहले भी हो चुके है मामले...

कुछ माह पहले अनुसूचित जाति की एक नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में अतरिक्त न्यायाधीश राजेश गुप्ता ने आरोपी को 14 वर्ष के सश्रम कारावास सहित अर्थदंड से दंडित दिया था। लोक अभियोजक पीएन मालाकार की दलीलों पर न्यायालय ने मात्र 14 दिन में यह फैसला सुनाया था।


लोक अभियोजक से मिली जानकारी के अनुसार मामला सारंगपुर की खासपुर कॉलोनी का था। जहां पीडि़ता अपने नाना-नानी के पास रहती थी। इसी बीच आरोपी पवन सिंह भोपा निवासी कासपुरा ने उसे विवाह करने की बात कर बहलाया फुसलाया और 30 जनवरी 2018 को गांव से बाहर कड़लावद मार्ग पर बुलाया और वहां से बाइक पर बैठाकर भोपाल ले गया था।

जहां आरोपी ने नाबालिग के साथ कई बार दुष्कर्म किया था। इसी बीच नाबालिग के गायब होने के बाद उसकी नानी द्वारा सारंगपुर थाने में बालिका की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसी आधार पर पुलिस द्वारा की जा रही तफ्तीश में पीडि़ता की भोपाल से बरामद कर सारंगपुर लाया गया था।