राजगढ़. आरटीओ कार्यालय में लंबे समय से चल रही खींचतान और आरटीओ के कार्यालय में न बैठने के कारण कई काम लंबित पड़े है। खिलचीपुर विधानसभा के करीब दो दर्जन युवा अपने लाइसेंस बनवाने को लेकर कई दिनों से कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन अधिकारी की गैर मौजूदगी के कारण उनके ड्राइविंग लाइसेंस बनने में परेशानी आ रही थी।
ऐसे में बुधवार को उन्होंने अपनी शिकायत विधायक हजारीलाल दांगी को की। दांगी खिलचीपुर से सीधे आरटीओ कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने युवाओं के लाइसेंस न बनने का कारण पूछा। साथ ही कहा कि सरकार लाइसेंस को लेकर कितनी गंभीर है। उसके बाद भी इस तरह की यदि लापरवाही यहां हो रही है तो बहुत ही सोचनीय विषय है। उन्होंने इस संबंध में परिवहन मंत्री से भी चर्चा की। विधायक को देख कई और लोग भी अपनी शिकायत लेकर उनके पास पहुंच गए।
जिनमें फिटनेस परमिट आदि कामों में भी हो रही देरी को लेकर अपनी बात रखी।
आरटीओ अग्रिहोत्री पर दर्ज हुआ मामला
न्यायालय के आदेश के बाद कोतवाली में आरटीओ केसी अग्रिहोत्री के खिलाफ धारा 304, 337,338 सहित 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया। जिसके बाद आरटीओ का मोबाइल बंद आने लगा और कहीं भी उनसे संपर्क नहीं हो सका। यहां पुलिस मामला दर्ज करते हुए उनकी तलाश कर रही है। आरटीओ के कार्यालय में न होने के कारण कई काम अटके हुए है। वहीं शासन भी नए आरटीओ को प्रभार के आदेश के बाद भी इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है। शासन द्वारा किए गए निलंबन के आदेश पर आरटीओ अग्रिहोत्री स्टे लेकर वापस काम संभालने लगे थे, लेकिन अब जब उन पर थाने में ही गैर जमानती धाराओं में प्रकरण दर्ज हो गया है। ऐसे में शासन की अब नई
व्यवस्था क्या होगी। इसका सभी को इंतजार है।
हाईवे पर फिर दौडऩे लगे वाहन
सड़क दुर्घटना को एक सप्ताह बीत चुका है। जिसमें 15 लोगों की जान गई थी। पुलिस हो या प्रशासन लगातार वाहनों की चेकिंग कर रही है। लेकिन क्या कारण है कि अभी भी हाईवे पर बेखौफ वाहन दौड़ रहे है। जिनमें ऊपर से लेकर नीचे तक सवारियां भरी हुई थी, लेकिन कहीं भी उन वाहनों को रोका नहीं गया।
न्यायालय के आदेश के अनुसार तत्कालीन आरटीओ के खिलाफ कोतवाली में प्रकरण दर्ज कर लिया है। कार्यालय में पुलिस देखने गई थी, लेकिन वे नहीं मिले।
ओपी रावत, थाना प्रभारी राजगढ़