राजगढ़. जिले में पट्टे की जमीनों के साथ ही चरनोई भूमि की रजिस्ट्रियां हुई। यहीं नहीं जमीनों को कई वे लोग बेचते चले गए, जिनका जमीन से कोई संबंध ही नहीं था।
मामले को लेकर कई लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई और फर्जीवाड़े में लिप्त कर्मचारी और दलालों पर कार्रवाई भी की गई, लेकिन अभी भी फर्जी रजिस्ट्रियों का सिलसिला थम नहीं रहा था। ऐसे में आए दिन मिलने वाली शिकायतों के बाद कलेक्टर ने जमीन संबंधी जानकारियों को लेकर प्रत्येक एसडीएम कार्यालय में सलाह केन्द्र खोले हैं। इसमें आवेदक जमीन संबंधी सारी जानकारियां एक साथ ले सकता है। यह इसलिए कि ताकि जमीन या मकान की रजिस्ट्री में कोई गड़बड़ी न हो। 500 रुपए के आवेदन पर जमीन के बंटवारे, नामांतरण विवाद की स्थिति, पहले से रजिस्ट्री तो नहीं हुई है।
बैंक में कोई लोन या गिरवी तो नहीं रखी गई। जमीन पटïटे की है या नहीं आदि जानकारियां इस आवेदन के बाद सलाह केन्द्र से उपलब्ध कराई जा रही है। जिले में शुरू की गई यह सेवा कई मायनों में कारगर साबित हो रही है। इसमें जमीन की नकल के लिए परेशान होना या फिर सर्च रिपोर्ट बनवाने के लिए बैंकों के चक्कर लगाना और इसके लिए मोटी रकम खर्च करना आदि से छुटकारा पाने के लिए यहां आवेदन किया जा सकता है।