
राजेश विश्वकर्मा
ब्यावरा.आखिरी पंक्ति की गरीब जनता की समस्या का हर हाल में समाधान करने शुरू की गई मुख्यमंत्री की महत्ती योजना सीएम हेल्पलाइन (181) में राजगढ़ जिला काफी पिछड़ी स्थिति में है। यानि यहां के जिम्मेदार सीएम की हेल्प देने में पिछड़े हुए हैं। इसी कारण प्रदेश में इसकी पेंडेंसी में बढ़ोतरी हुई है। दरअसल, जिले में इस समय ५२२९ शिकायतें पेंडिंग हैं जिनका निराकरण नहीं हुआ है, पिछले साल की रैंकिंग भी प्रदेश में 21वीं थीं। यानि इतने मामलों का निराकरण नहीं हो पाया था। अब फिर से ये पेंडेंसी जिम्मेदारों की अनदेखी और बेहतर मैनेजमेंट के अभाव में अटक गई है। सर्वाधिक शिकायतें खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की है, जिनमें करीब 708 शिकायतें हैं। वहीं, राजस्व, पंचायत विभाग, कृषि सहित अन्य विभागों की भी शिकायतें काफी आई है। जिनका निराकरण समय पर नहीं हो पाया है, हर माह ये शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बावजूद आज तक समाधान नहीं हो पाया। संबंधित जिम्मेदार नोडल अधिकारी और अन्य विभागीय अधिकारी इसका निराकरण करने में फिसड्डी रहे हैं।
और हकीकत ये... समाधान नहीं, शिकायत बंद कराने पर ज्यादा जोर
भले ही सीएम हेल्प लाइन आम जनता के लिए शुरू की गई हो लेकिन यहां इसका दुरुपयोग हो रहा है। यहां के विभाग बजाए शिकायतों का निराकरण करने के शिकायत को क्लोज कराने पर जोर देते हैं। यानि यदि किसी भी विभाग की शिकात आई तो संबंधित कर्मचारी शिकायतकर्ता को उसे क्लोज करने के लिए मनाते हैं न कि समाधान करते। लगभग सभी विभागों के यही हाल है लेकिन नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग में स्थिति बिगड़ी हुई है। हर कर्मचारी इसी बात पर फोकस करता है कि काम भले ही न हो लेकिन शिकायत को क्लोज जरूर कर दें। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में विशेष तौर पर ये निर्देश दिए हैं कि कोई भी कर्मचारी किसी भी शिकायत को फोर्सफुली (दबाव के साथ) बंद नहीं करा सकते, यदि ऐसा कोई करता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
जानें जिले में शिकायतों की स्थिति
-4043 शिकायतें पिछली बार थीं
-5229 वर्तमान में हैं
-806 राजस्व विभाग
-708 शिखायतें खाद्य विभाग की
-625 पंचायत विभाग
-480 कृषि विभाग
-323 स्वास्थ्य विभाग
-442 नगर पालिका-पंचायत
(नोट : जानकारी संभागीय कार्यालय सीएम हेल्पलाइन के अनुसार)
नपा ने काम नहीं किया, शिकायत बंद करा ली
मेरे घर के सामने गड्ढ़ा हो रहा है, जिसे ठीक कराने पहले हमने कई बार मौखिक अवगत कराया लेकिन किसी ने नहीं सुनी। जब सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत की तो नपा वाले आए और कहा कि दो दिन में काम करवा देंगे, आप सिर्फ शिकायत वापस ले लीजिए, लेकिन आज तक हमारा काम नहीं हो पाया।
-पुल्कित अग्रवाल, शिकायतकर्ता, ब्यावरा
झूठी जानकारी देकर निराकृत करते हैं शिकायतें
मैं कई बार, कई मामलों में 181 पर शिकायतें कर चुका हूं, लेकिन समाधान नहीं हुआ। एल-1 से एल-4 तक शिकायतों के निराकरण में झूठी जानकारी दे दी जाती है। मैंने एक नपा की शिकायत की थी जिसमें काम हुआ नहीं फिर भी एल-4 अधिकारी ने उसे क्लोज भी कर दी। 181 में झूठी जानकारी देकर शिकायतें निराकृत की जाती हैं।
-आलोक सोनी, शिकायतकर्ता, ब्यावरा
कम्पलेंट वापस नहीं लेना चाहिए
कोई भी यदि काम किए बगैर शिकायतें बंद की जाती हैं तो शिकायत क्लोज न करें, काम होने पर ही संतुष्टि दिखाएं। हालांकि ऐसे मामले सीमित ही हैं। मैं फिर भी इसे लेकर फीडबैक लेता हूं। जहां तक राजस्व और खाद्य विभाग की बात है तो इसमें शिकायतें आती हैं। हमारी रैंकिंग पिछली बार से सुधरी है। खाद्य में पर्ची व राशन को लेकर ज्यादा मामले रहते हैं। जिनका निराकरण करने का प्रयास हम करते हैं।
-कमल नागर, एडीएम और प्रभारी-181, राजगढ़
Published on:
15 Feb 2022 07:49 pm
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