25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

321 हैंडपंप फेल, पानी की जगह उगल रहे सिर्फ हवा, ऐसे कर रहे ग्रामीण गुजारा

Rajnandgaon news: जेठ का महीना चल रहा। गर्मी अपने चरम सीमापर है। जिले का तापमान 42 के पार पहुंच रहा। इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी की वजह से जिले में भू-जल स्तर भी तेजी से नीचे जा रहा है।

2 min read
Google source verification
गांवों में गहराया संकट

गांवों में गहराया संकट

Chhattisgarh news: गर्मी के कारण राजनांदगांव ब्लॉक के दर्जनों गांवों में निस्तारी और पेयजल को लेकर गंभीर समस्या उत्पन्न हो रही है। सुकुलदैहान से ठेलकाडीह के बीच दर्जनों गांवों में पानी की समस्या विकराल रूप ले चुकी है।इसके चलते जिलेभर के 9 ब्लाकों में कुल 321 हैंडपंप अब तक फेल हो चुके हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है, मतलब ये आंकड़े रोजाना बढ़ रहे हैं। इससे गांवों में पानी की विकराल समस्या उत्पन्न हो रही है। इधर हाइवे से लगे इंदामरा, राजा भानपुरी सहित तुमड़ीबोड़ से लेकर डोंगरगढ़ के बीच गांवों में पानी की समस्या की शिकायत है। डोंगरगढ़, डोंगरगांव और खैरागढ़ ब्लॉक में भी दर्जनों गांवों हैं, जहां हैंडपंप ही एक मात्र पेयजल का साधन है, उन गांवों में पानी के लिए ग्रामीणों को भटकना पड़ रहा है।

केंद्र सरकार द्वारा पूर्व में नल-जल योजना के तहत पानी की आपूर्ति कराई जा रही थी। वहीं अब जल जीवन मिशन के तहत पानी देने कार्य कराए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत जिले के प्रत्येक गांवों में घर-घर तक नल कनेक्शन देकर शुद्ध पेयजल पहुंचाने का काम चल रहा है, लेकिन यह काम अभी पूरा नहीं हुआ है। जिन गांवों में हैंडपंप फेल हुए हैं। वहां स्थित कुएं और बोर भी जवाब दे चुके हैं। सुबह से ही (Rajnandgaon news) पानी की चिंता रहती है। लोग सुबह उठकर पानी के जुगाड़ में ही लग जाते हैं। घर-परिवार और जानवरों के लिए भी व्यवस्था करनी पड़ती है।

यह भी पढ़े: बिजनेसमैन की फांसी के फंदे पर लटका मिला शव, इस वजह से दे दी जान

जिले की यह है स्थिति

कुल हैंडपंप- 18 हजार 226
फेल हैंडपंप- 321 हैंडपंप
रोजाना फेल हो रहे - 3 से 4
रोजाना सुधार- 10 से 12

पुराने जल स्रोत का अब ले रहे हैं सहारा

ग्रामीण क्षेत्र में कुछ जगहों पर कुओं को सहेजकर रखा गया है। इन दिनों संकट की घड़ी में कुएं ही सहारा बने हुए हैं। मजबूर ग्रामीण कुएं का पानी पी रहे हैं। कुछ जगहों पर कुएं में भी पानी कम है।

100 फीट तक उतारते हैं पाइप

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के इंजीनियर बताते हैं कि हैंडपंप में 100 फीट तक ही पाइप डाला जाता है। इससे ज्यादा पाइप नहीं डालते हैं। इससे ज्यादा नीचे(Rajnandgaon news) पाइप डालने पर वजन बढ़ जाएगा और पूरा पाइप नीचे गिरने की संभावना बढ़ जाएगी। इस वजह से सौ फीट तक ही पाइप डाला जाता है। जब पानी का स्तर इससे नीचे चले जाता है, तो ये हैंडपंप फेल हो जाता है।

मरम्मत का कर रहे हैं दावा

पीएच विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार जिले के नौ ब्लाक में कुल 18 हजार 226 हैंडपंप मौजूद है, लेकिन भू-जल स्तर नीचे जाने की वजह से कुल 321 हैंडपंप फेल हो चुके हैं। भू-जल लगातार नीचे जा रहा, इस वजह से रोजाना तीन से चार हैंडपंप फेल हो रहे हैं। इसके अलावा विभाग के कर्मचारियों द्वारा रोजाना लगभग दर्जनभर हैंडपंप का मरम्मत भी कर रहे हैं।

जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन(Rajnandgaon news) बिछाने का काम चल रहा है। समय पर काम करने निर्देश दिए गए हैं। हैंडपंपों की मरम्मत भी कराई जाएगी।

डोमन सिंह, कलेक्टर राजनांदगांव

यह भी पढ़े: 2 करोड़ का चूना लगाकर भागने वाले बीएन गोल्ड के 6 आरोपी गिरफ्तार