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CG News: काम के दौरान टूटी चिमनी… पलभर में बदला मंजर! हजारों क्विंटल चावल और मलबे में दबे मजदूर की हुई मौत

CG News: राजनांदगांव जिले के चिचोला चौकी क्षेत्र अंतर्गत महाराजपुर स्थित श्री जय गुरुदेव राइस मिल में शनिवार शाम एक बड़ा औद्योगिक हादसा हो गया।

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CG News: काम के दौरान टूटी चिमनी... पलभर में बदला मंजर! हजारों क्विंटल चावल और मलबे में दबे मजदूर की हुई मौत(photo-patrika)

CG News: काम के दौरान टूटी चिमनी... पलभर में बदला मंजर! हजारों क्विंटल चावल और मलबे में दबे मजदूर की हुई मौत(photo-patrika)

CG News: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के चिचोला चौकी क्षेत्र अंतर्गत महाराजपुर स्थित श्री जय गुरुदेव राइस मिल में शनिवार शाम एक बड़ा औद्योगिक हादसा हो गया। राइस मिल परिसर में बनी करीब 75 क्विंटल वजनी चिमनी अचानक भरभराकर गिर पड़ी, जिससे एक मजदूर की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए।

हादसा शाम करीब 4:30 बजे हुआ, जब चिमनी के आसपास 25 से 30 मजदूर काम कर रहे थे। अचानक गिरी चिमनी ने पूरे परिसर को चंद पलों में चीख-पुकार और अफरा-तफरी में बदल दिया। इस हादसे में मोतीपुर निवासी मुकेश कुमार कंवर की मौके पर ही मौत हो गई। चिमनी के भारी मलबे ने उसे संभलने का मौका तक नहीं दिया।

CG News: मलबे और हजारों क्विंटल चावल के नीचे दबा मजदूर

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि घायल मजदूर रमेश कुमार कंवर का शरीर चिमनी के मलबे और हजारों क्विंटल चावल के नीचे दब गया। रेस्क्यू के दौरान उसका ऊपरी हिस्सा किसी तरह बाहर निकाला गया, जबकि उसका एक पैर लंबे समय तक मलबे में फंसा रहा। गंभीर हालत में उसे राजनांदगांव जिला अस्पताल रेफर किया गया है। हादसे में गजानंद भी गंभीर रूप से घायल हुआ है।

पुलिस ने शुरू की जांच, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

घटना की सूचना मिलते ही चिचोला पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू कराया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक तौर पर चिमनी की जर्जर हालत, नियमित निरीक्षण की कमी और सुरक्षा मानकों के पालन न होने को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

औद्योगिक लापरवाही या हादसा?

हादसे के बाद क्षेत्र में डर और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि हादसे के समय मजदूरों की संख्या कुछ और अधिक होती, तो मृतकों की संख्या भी बढ़ सकती थी। यह घटना एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था और जिम्मेदारी पर सवाल खड़े करती है। अब बड़ा सवाल यही है कि क्या इस मौत को सिर्फ एक हादसा मानकर छोड़ दिया जाएगा, या फिर लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों पर ठोस कार्रवाई भी होगी?